गहरे रंग को कहें ना (Do Not Use Dark Colour)
कहते हैं कि घरों और ऑफिसों में ज्यादा गहरे रंगों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. गहरे रंगों में गहरा नीला, भूरा और काला रंग मुख्य रूप से मना होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार गहरे रंगों की अवेहना करनी चाहिए क्योंकि इस तरह के रंग व्यक्ति को आलसी और सुस्त बनाते हैं.
हल्के रंगों का करें इस्तेमाल (Paint Light Colour Wall)
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में हल्के और सात्विक रंगों का प्रयोग करना अच्छा रहता है. सात्विक रंगों में सफेद, हल्का नीला और हरा और आसमानी कलर आते हैं. दिशा के अनुसार घर में इसका प्रयोग करना काफी शुभ माना जाता है. गहरे लाल, नारंगी और गुलाबी रंग को रजस कहा जाता है. ये रंग इच्छाओं में वृद्धि के लिए जाने जाते हैं. अगर आप घर में सुख-शांति चाहते हैं तो घरों में हल्के रंग का रोगन करवाएं.
किस दिशा में कौन सा रंग बेहतर (which direction is better )
अकसर लोग दिवाली के आसपास ही घरों का रोगन करवाते हैं और साल भर की छुट्टी हो जाती है. एक बार रोगन हो जाने के बाद न तो उसे एकदम से बदलवाया जाता है और न ही जल्दी-जल्दी दीवारों को पेंट करवाया जाता है. इसलिए घर की दीवारों पर सोच-समझ कर पेंट करवाना बेहतर होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर दिशा का ध्यान रखते हुए कलर करवाया जाए, तो इससे घर में लाभ होता है.
1. हल्के नीला और हल्के हरे रंग को वास्तु शास्त्र के अनुसार स्वास्थ्य के प्राकृतिक स्तोत्र के रूप में देखा जाता है. ये रंग ठंडे और कोमल होते हैं. इन रंगों को करवाने से शांति का प्रवाह होता है. उत्तर दिशा की ओर वाले कमरों में हल्का नीला और पूर्व दिशा की ओर हरा रंग करना वास्तु के हिसाब से अच्छा माना जाता है.
2. इसके अलावा घर के ड्राइंग रूम में किसी भी रंग को करवा सकते हैं. बाथरूम में हल्के नीले रंग का पेंट भी शुभ माना गया है.
3. कहते हैं कि पीला रंग व्यक्ति के मस्तिष्क को एक्टिव रखता है. इसलिए घर में पढ़ाई वाले कमरे में पीला रंग करना शुभ माना जाता है. इसके अलावा लाइब्रेरी में भी इस रंग को करवा सकते हैं.
4. पूजा ग्रह, योग स्थल आदि पर बैंगनी रंग करवाने की सलाह दी जाती है. कहते हैं कि बैंगनी रंग उत्साहवर्धक और अवसाद का नाश करता है. इसलिए वास्तु शास्त्र के अनुसार ये जगह बैंगनी रंग के लिए बेस्ट हैं.
5. कमरे की छत पर सफेद रंग करवाने की सलाह दी जाती है. कहते हैं ये ऊष्मा और प्रकाश का प्रतीक है लेकिन वहीं पूरे कमरे में सफेद रंग न करने की सलाह दी जाती है. वास्तु शास्त्र में इस
रंग को अल्पजीवी माना गया है.
6. शयन कक्ष में दक्षिण दिशा में गुलाबी, लाल, नारंगी रंग कराना सही माना जाता है. ये आपसी संबंधों को सुदृढ़ बनाते हैं