मध्यप्रदेश की विशेषता है देवस्थान, जानें यहाँ के 5 प्रसिद्द धार्मिक स्थलों के बारे में

Update: 2023-06-18 16:18 GMT
हमारे देश में कई राज्य हैं और सभी राज्यों की अपनी संस्कृति एवं अपना विशेष महत्व हैं। आज हम बात कर रहे हैं देश के उस राज्य की जिसकी स्थापना 1 नवम्बर, 1956 की हुई, अर्थात मध्यप्रदेश की। मध्यप्रदेश को वैसे तो खासतौर से पर्यटन के रूप में जाना जाता हैं, लेकिन इसी के साथ ही यह अपना आध्यातिक महत्व भी रखता हैं। मध्यप्रदेश अपने देवस्थानों के चलते पूरी दुनिया में जाना जाता हैं। आज इस ख़ास मौके पर हम आपको मध्यप्रदेश के प्रसिद्द धार्मिक स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते है इनके बारे में।
* महाकालेश्वर मंदिर
यह मंदिर उज्जैन में है। महाकाल की महिमा से सभी भलीभांति परिचित हैं। इस मंदिर में आकर भक्त शिवलिंग के दर्शन कर धन्य हो जाता है। पुराणों, में महाभारत और कालिदास जैसे महाकवियों की रचनाओं में इस मंदिर का मनोहर वर्णन मिलता है।
* मैहर
मैहर सतना जिले का एक छोटा सा नगर है। यह एक प्रसिद्ध हिन्दू तीर्थस्थल है। मैहर में शारदा मां का प्रसिद्ध मन्दिर है जो नैसर्गिक रूप से समृद्ध है।
* पीताम्बरा देवी मंदिर
मध्यप्रदेश के दतिया जिले में स्थित मां पीतांबरा को राजसत्ता की देवी माना जाता है। इसी रूप में भक्त उनकी आराधना करते हैं।
* देवास वाली माता
देवास टेकरी पर स्थित मां भवानी का यह मंदिर काफी प्रसिद्ध है। लोक मान्यता है कि यहां देवी मां के दो स्वरूप अपनी जागृत अवस्था में हैं। इन दोनों स्वरूपों को चामुंडा देवी और तुलजा भवानी मां के रूप में पूजा जाता है।
* ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग
यह मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थित है। शास्त्रों के अनुसार तीर्थयात्री देश के भले ही सारे तीर्थ कर ले किन्तु जब तक वह ओंकारेश्वर आकर किए गए तीर्थों का जल लाकर यहां नहीं चढ़ाता उसके सारे तीर्थ अधूरे माने जाते हैं।
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