भारतीय संस्कृति में वास्तु शास्त्र को बहुत अहमियत दी गई है. हम चाहे कोई भी काम करें, उसमें वास्तु शास्त्र का बहुत ध्यान रखते हैं. कहा जाता है कि वास्तु नियमों का उल्लंघन करने पर घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है और परिवार में नुकसान पहुंचाने वाली कई अजीबोगरीब चीजें होने लगती हैं. आइए जानते हैं कि घर को समृद्ध बनाने के लिए हमें किन खास वास्तु नियमों (Vastu Shastra for Home) का ध्यान रखना जरूरी है.
सोने की दिशा का ऱखें ध्यान
वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में सोने की दिशा पर बहुत जोर दिया गया है. कहा जाता है कि सोते समय अपने पैर दक्षिण दिशा में नहीं रखने चाहिए. इस दिशा मे पैर करके सोना अशुभ माना गया है. कहा जाता है कि जो लोग दक्षिण दिशा में पैर करके सोते हैं, उन्हें सेहत से जुड़ी अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
घर की नियमित साफ-सफाई करें
घर की साफ-सफाई को वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में अहम माना गया है. कहा जाता है कि घर में रोजाना झाड़ू लगनी चाहिए और बीच-बीच में मकड़ी के जाले साफ होते रहने चाहिए. घर के बाथरूम और रसोई को खासकर साफ-सुथरा रखना चाहिए. ऐसा न करने पर घर में वास्तु दोष पैदा हो जाता है, जिसकी वजह से परिवार के सदस्यों परेशानियां भुगतनी पड़ती हैं.
नियमित रूप से कपूर जलाएं
वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में कहा गया है कि घर में खुशहाली लाने और आर्थिक रूप से समृद्ध करने के लिए सुबह-शाम नियमित रूप से कपूर जलानी चाहिए. ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है. इस घर का वातावरण शुद्ध होता है और परिवार के सदस्यों में एकता बढ़ती है.
बाथरूम या सीढ़ी के नीचे न बनाएं पूजा घर
हमारे घर में बना मंदिर किस दिशा में है, इस पर भी हमारी समृद्धि निर्भर करती है. वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के मुताबिक घर में बने मंदिर को हमेशा ईशान कोण में ही रखना चाहिए. इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि पूजा घर के नीचे-ऊपर कोई बाथरूम या सीढ़ी न हो.
प्रवेश द्वार की मरम्मत का रखें ध्यान
आपके घर का प्रवेश द्वार आपके भाग्य का भी प्रवेश द्वार होता है. इसलिए मेन गेट के सामने हमेशा साफ-सफाई रखनी चाहिए. साथ ही इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उसे खोलते या बंद करते समय समय किसी तरह की आवाज न आए. वह गला हुआ या खराब हालत में भी नहीं होना चाहिए.