आज से शुरू हुआ चातुर्मास, रखें इन बातों का ध्यान

Update: 2023-06-29 10:21 GMT
सनातन धर्म में वैसे तो हर दिन का महत्व होता हैं लेकिन चातुर्मास के दिनों को बेहद ही खास माना जाता हैं जो कि पूरे चार महीनों का होता हैं लेकिन इस बार चातुर्मास अधिकमास होने के कारण पांच महीनों का होगा। जिसकी शुरुआत आज यानी 29 जून दिन गुरुवार से हो चुकी हैं चातुर्मास का आरंभ देवशयनी एकादशी से माना जाता हैं जिसके बाद से सभी शुभ और मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाता हैं।
 आज देवशयनी एकादशी के दिन ही भवगान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं जिसके बाद से शादी विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि शुभ कार्यों पर विराम लग जाता हैं। इस दौरान कुछ ऐसे कार्य होते हैं जिन्हें भूल से भी नहीं करना चाहिए। तो आज हम आपको अपने इस लेख दवारा बता रहे हैं कि चातुर्मास के दिनों में क्या करें और क्या नहीं।
 जानिए क्या करें और क्या नहीं-
आपको बता दें कि चातुर्मास को मलमास और पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता हैं। इस दौरान शुभ शक्तियां कमजोर पड़ जाती हैं जिस कारण किए जाने वाले कार्यों का परिणाम शुभ नहीं मिलता हैं ऐसे में इस दौरान सभी शुभ और मांगलिक कार्यों पर रोक लगा दी जाती हैं। आपको बता दें कि चातुर्मास के दिनों में अन्न, दीपदान, वस्त्र, छाया दान और श्रमदान करना उत्तम माना जाता हैं। कहते हैं कि इस दौरान अगर इन पांच तरीकों के दान किए जाए तो जीवन में सुख सौभाग्य प्राप्त होता हैं।
 चातुमार्स के दिनों में ब्रजधाम की यात्रा करना भी शुभ माना जाता हैं। इस माह में विष्णु पूजा उत्तम फल प्रदान करती हैं। माना जाता है कि इन महीनों में अगर पूजा पाठ, तप और मंत्रों का जाप किया जाए तो नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव नहीं पड़ता हैं। चातुर्मास के दिनों में अगर नियमित रूप से गीता का पाठ किया जाए तो शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूती प्राप्त होती हैं।
Tags:    

Similar News

-->