पूजा के दौरान ये मंत्र जप करने से समस्या होगी दूर
हिंदू धर्म में ईश्वर की पूजा के दौरान मंत्र जप के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली विभिन्न प्रकार की माला के जप का बहुत महत्व है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | ईश्वर की साधना-आराधना से माला (Garland) का बहुत माता होता है. लगभग सभी धर्मों में माला का प्रयोग किसी न किसी रूप में जरूर होता है. हिंदू (Hindu) धर्म में ईश्वर को पहनाई जानी वाला माला से लेकर उनके जप के लिए विभिन्न प्रकार की बीजों वाली माला प्रयोग की जाती है. मान्यता है कि देवी-देवताओं के मंत्र जप के समय हमेशा देवी-देवता से संबंधित जैसे मोती, मूंगा, शंख, हल्दी, वैजयंती, रुद्राक्ष (Rudraksha) आदि से बनी माला का ही प्रयोग करना चाहिए. जप के लिए वानस्पतिक उत्पादों से बनी जपमालाएं सस्ती तथा सर्वसुलभ होती हैं. सबसे अहम बात यह कि यह ज्योतिष में बताए गये मूल्यवान् रत्नों की तरह ही चमत्कारिक फल प्रदान करती हैं. आइए जानते हैं कि किस देवी या देवता की पूजा, जप आदि के लिए कौन सी माला का प्रयोग करना चाहिए.