गुप्त नवरात्रि में इन विशेष मंत्रों के जाप से बन सकता है विवाह का शीघ्र योग
प्रत्येक साल में चार नवरात्रि पड़ते हैं। दो नवरात्रि को प्रत्यक्ष कहा जाता है। जिसमें गृहस्थ जीवन वाले पूजा करते हैं पंरतु इसके अलावा दो गुप्त नवरात्रि होते हैं।
प्रत्येक साल में चार नवरात्रि पड़ते हैं। दो नवरात्रि को प्रत्यक्ष कहा जाता है। जिसमें गृहस्थ जीवन वाले पूजा करते हैं पंरतु इसके अलावा दो गुप्त नवरात्रि होते हैं। जिसमें साधु- संन्यासी तंत्र-मंत्र तथा सिद्धि प्राप्त करने वाली देवी की पूजा करते हैं। नौ दिन तक चलने वाले गुप्त नवरात्रि में माता के विभिन्न स्वरूप को पूजा जाता है। माता के स्वरुप को खुश करने के लिए विधि-विधान से पूजा की जाती है। माता के प्रसन्न होने पर भक्तों को मनचाहा फल प्राप्त होता है। इसमें धन, नौकरी, प्रमोशन, विवाह, स्वास्थ्य, संतान, आदि मनोकामना इन नौ दिनों में किया जाता है। जानिये गुप्त नवरात्रि में लाभ के 5 मंत्र
नवरात्रि में लाभ के 5 मंत्र
1. "हे गौरी शंकरार्धांगी, यथा त्वं शंकर प्रिया। तथा मां कुरू कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम।।"
गुप्त नवरात्रि के किसी भी दिन माता पार्वती पर जल या दूध चढ़ाकर इस मंत्र का जाप करने से मनपसंद वर की प्राप्ति होती है।
2. "सब नर करहिं परस्पर प्रीति। चलहिम स्वधर्म निरत श्रुति नीति।।"
गुप्त नवरात्रि के प्रत्येक दिन इस चौपाई का जाप करने से जीवनसाथी के बीच चल रहे अनबन खत्म हो जाएंगे। संभव हो तो पति-पत्नी दोनों इस चौपाई का जाप करें।
3. "ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा।"
गुप्त नवरात्रि के किसी भी दिन सुबह स्नान करके 31 बार इस मंत्र का जाप करने से आपको इंटरव्यू में सफलता की संभावना बढ़ जाती है।
4. "श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:।"
गुप्त नवरात्रि के दौरान इस मंत्र से व्यक्ति के ऊपर मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है। जिससे जीवन में धन धान्य की कमी नहीं होती है।
5. "ऊं शं शंकराय सकल-जन्मार्जित-पाप-विध्वंसनाय, पुरुषार्थ-चतुष्टय-लाभाय च पतिं मे देहि कुरु कुरु स्वाहा।।"
गुप्त नवरात्रि के दौरान इस मंत्र के जाप से शीघ्र विवाह का योग बनता है। इस मंत्र जाप से विवाह में आ रही बाधाओं को भगवान शिव दूर करते हैं।