सोमवार को इन मंत्रों का करें जाप, भोलेनाथ हो जाते हैं प्रसन्न
आज सोमवार है यानी भगवान भोलेनाथ का दिन। आज के दिन शिवशंकर की पूजा की जाती है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आज सोमवार है यानी भगवान भोलेनाथ का दिन। आज के दिन शिवशंकर की पूजा की जाती है। भोलेनाथ को प्रसन्न करने से वो अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। भोलेनाथ की पूजा करते समय कुछ मंत्रों का जाप करना चाहिए। इससे व्यक्ति के बुरे समय, ग्रहदोष जैसी परेशानियां खत्म हो जाती हैं। इन मंत्रों का जाप शिवजी की आरती और चालीसा के बाद करना चाहिए। आइए पढ़ते हैं शिवजी के ये मंत्र:
सोमवार को शिवजी के इन मंत्रों का करें जाप:
शिव स्तुति:
द: स्वप्नदु: शकुन दुर्गतिदौर्मनस्य,
दुर्भिक्षदुर्व्यसन दुस्सहदुर्यशांसि।
उत्पाततापविषभीतिमसद्रहार्ति,
व्याधीश्चनाशयतुमे जगतातमीशः।।
अर्थात्, समस्त संसार के स्वामी भगवान शिव मुझे बुरे सपनों, अपशकुन, दुर्गति, मन की बुरी भावनाएं, भूखमरी, बुरी लत, भय, चिंता और संताप, अशांति और उत्पात, ग्रह दोष और सारी बीमारियों से मुक्ति दिलाए या रक्षा करें। मान्यता के अनुसार, भोलनेनाथ अपने भक्तों की कामनाएं पूर्ण करते हैं।
महामृत्युंजय मंत्र:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
आसान भाषा में समझा जाए तो इस मंत्र का मतलब है कि हम सभी भोलेनाथ की पूजा करते हैं जिनके तीन नेत्र हैं और जो हर श्वास में जीवन शक्ति का संचार करते हैं और समस्त संसार का पालन-पोषण करते हैं।
लघु महामृत्युंजय मंत्र:
अगर कोई उपरोक्त महामृत्युंजय मंत्र का जाप नहीं कर सकता है तो उसके लिए लघु महामृत्युंजय मंत्र है जिनका वो जाप कर सकते हैं। इस मंत्र का जाप रात को 9 बजे के बाद करना चाहिए। मंत्र का जाप करते हुए शिवजी को जल चढ़ाएं जिसमें दूध मिला हुआ हो। इससे व्यक्ति को हर रोग और संकट से मुक्ति मिलती है। पढ़ें लघु महामृत्युंजय मंत्र:
ॐ जूं संः
पंचाक्षरी मंत्र:
ॐ नमः शिवाय
इस मंत्र का नियमित जाप करने से व्यक्ति के सभी संकटों का नाश हो जाता है। साथ ही मृत्यु के पश्चात व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
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