ॐ ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे: का ऐसे करें जाप,Chant Om Hreem Kleem Chamundayai Viccheh like this,ईश्वर की कृपा पाने के लिए हम ना जाने क्या-क्या करते हैं. फिर भी जाने अनजाने में कई बार हमसे पूजा पाठ में कोई भूल हो जाती है जिस वजह से हमें उसके शुभ परिणाम या तो नहीं मिलता या फिर देर से मिलते हैं. ॐ ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे: एक ऐसा महामंत्र है जिसका जाप और कई बड़ी पूजा का फल देता है. खासकर नवरात्रि (Sharadiya Navratri 2023) में इस महामंत्र के जाप से अगर आप पूजा करते हैं और आपको पूजा का अन्य दूसरा कोई विधि विधान नहीं आता तो आपकी पूजा संपूर्ण मानी जाती है. शास्त्रों में इस मंत्र को महामंत्र बताया गया है. तो आइए जानते हैं इसके अर्थ और महत्त्व के बारे में.
"ॐ ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे:" मंत्र का अर्थ
1. "ॐ" एक प्राणायाम और आध्यात्मिकता का प्रतीक है, जो ब्रह्म की प्रतिष्ठा को दर्शाता है.
2. "ह्रीं" यह ऐश्वर्य, धन ,माया प्रदान करने वाली माता महालक्ष्मी का बीज मंत्र है. एक शक्ति बीज मंत्र है, जो ऊर्जा और शक्ति को प्रकट करता है.
3. "क्लीं" यह महाकाली शत्रुनाशक, दुर्गति नाशिनी का बीज मन्त्र है. भगवती काली की प्रतिष्ठा को दर्शाता है और उनकी रक्षा के लिए बुलाया जाता है.
4. "चामुंडायै" प्रवर्ति-निर्वृति नाम के दो भाई थे प्रवर्ति का अर्थ चण्ड और निर्वृति का अर्थ मुण्ड है. काम और क्रोध के प्रतीक भाईयों की संहारक शक्ति को चामुण्डा कहा जाता है
5. "विच्चे:" विच्चे: का अर्थ देवी मां को समर्पण या नमस्कार माना जाता है.
"ॐ ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे:" मंत्र का महत्त्व
इस मंत्र का महत्व यह है कि यह भगवती चामुण्डा के प्रति भक्ति और सुरक्षा की इच्छा को व्यक्त करता है और उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने का प्रयास करता है. यह मंत्र ध्यान और पूजा के दौरान अक्सर जपा जाता है और आध्यात्मिक उन्नति के लिए उपयोगी माना जाता है.
इस मन्त्र को नवार्ण मंत्र भी कहा जाता है जो देवी भक्तों में सबसे प्रशस्त मंत्र माना गया है. इस मन्त्र के जाप से महासरस्वती, महाकाली तथा महालक्ष्मी माता की कृपा तथा आशीर्वाद प्राप्त होता है.