Chanakya Niti: ऐसे लोग जीवन में बहुत तरक्की करते हैं और खूब नाम कमाते हैं,
आचार्य चाणक्य ने अपने व्यक्तित्व को निखारने के लिए कुछ ऐसे गुणों को विकसित करने की बात कही है, जिन्हें विकसित करने के बाद आपके मित्र ही नहीं, बल्कि शत्रु भी आपकी पीठ पीछे तारीफ करने लगते हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हर व्यक्ति के अंदर कुछ अच्छाइयां भी होती हैं और कुछ बुराइयां भी होती है. आमतौर पर इंसान की प्रवृत्ति होती है कि उसका ध्यान नकारात्मक चीजों की ओर जाता है. जब कि अगर व्यक्ति सकारात्मक सोच रखे और अपनी अच्छाइयों को निखारने और बुराइयों को दूर करने का काम करे तो दुनिया में ऐसा कुछ नहीं है, जो वो नहीं कर सकता.
सफल लोग जिन्हें आप प्रेरणास्रोत मानते हैं, वे वास्तव में इसी नियम का पालन करते हैं और हर पल का सदुपयोग खुद की स्किल्स का निखारने में लगाते हैं. आचार्य चाणक्य ने अपने व्यक्तित्व को निखारने के लिए कुछ ऐसे गुणों को विकसित करने की बात कही है, जिन्हें विकसित करने के बाद आपके मित्र ही नहीं, बल्कि शत्रु भी आपकी पीठ पीछे तारीफ करने लगते हैं. ये गुण व्यक्ति को बहुत तेजी से उन्नति के मार्ग पर ले जाते हैं. ऐसे लोग जीवन में बहुत तरक्की करते हैं और खूब नाम कमाते हैं.
ज्ञान प्राप्ति
ज्ञान एक ऐसा धन है जिसे आपसे कोई चुरा नहीं सकता. आप इसे जितना अर्जित करते हैं, ये आपको उतना ही मान सम्मान दिलाता है. आपके काम आता है. आप इसे कितना ही खर्च कर दें, लेकिन ये कभी खत्म नहीं होता, बल्कि और बढ़ जाता है. इसलिए जितना संभव हो, ज्ञान अर्जित करते रहिए. ज्ञान ही है जो रूढ़िवादी अंधकार को समाप्त करने की ताकत रखता है.
कौशल को निखारें
ज्ञान के साथ-साथ व्यक्ति को अपने कौशल को निखारना चाहिए. आप किसी काम में चाहे कितने ही निपुण क्यों न हों, निरंतर अभ्यास से अपने कौशल को निखारते रहिए. इससे आप अपने क्षेत्र में उच्च स्थान प्राप्त करते हैं. किसी भी महत्वपूर्ण काम में अहम भूमिका निभाते हैं और अपने से योग्य व्यक्तियों के बेहद करीबी रहते हैं.
संस्कारों को कभी न छोड़ें
जीवन में आप किसी भी पद पर पहुंच जाएं, लेकिन कभी अपने संस्कारों को न छोड़ें. आपके संस्कार आपको आपकी जड़ों से जोड़कर रखते हैं. ऐसे में आप अहंकार से कोसों दूर रहते हैं. ऐसे में आप दूसरों के लिए प्रेरणा बन जाते हैं और लोग आपकी पीठ पीछे भी तारीफ करते हैं.