Chanakya Niti : आचार्य की ये 4 बातें रखें याद, पाएं सुख-समृद्धि और मान-सम्मान
आचार्य ने अपने अनुभवों के निचोड़ को अपनी रचनाओं के माध्यम से लोगों के सामने प्रस्तुत किया है. आचार्य की नीति शास्त्र नामक रचना आज भी काफी लोकप्रिय है. इसे ही चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क।आचार्य चाणक्य महान शख्सियत थे. वे समाजशास्त्री, राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री थे. आचार्य ने अपने जीवन में जो भी अनुभव लिए, उन अनुभवों के निचोड़ को अपनी रचनाओं के माध्यम से लोगों के सामने प्रस्तुत किया है. आचार्य की नीति शास्त्र नामक रचना आज भी काफी लोकप्रिय है.
इसमें उन्होंने धर्म, समाज, राजनीति, धन, रिश्तों आदि के बारे में काफी कुछ कहा है. नीति शास्त्र में लिखी बातें आज के समय में भी प्रासंगिक हैं. आचार्य की बातों का अनुसरण करके व्यक्ति सही और गलत का भेद को आसानी से समझ सकता है और तमाम समस्याओं से बच सकता है. यहां जानिए धन को लेकर आचार्य द्वारा कही गई वो महत्वपूर्ण बातें जो आपके जीवन में सुख-समृद्धि के साथ मान-सम्मान को भी बढ़ाने में मददगार साबित होंगी.
धन का दुरुपयोग करने से बचें
आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को धन के मामले में काफी जागरूक होना चाहिए और धन को बहुत सोच समझकर धन खर्च करना चाहिए. धन को हमेशा बहुत सोच समझकर और अच्छे कार्यों में ही लगाना चाहिए. गलत जगह धन खर्च करने से बचना चाहिए. जो लोग धन का दुरुपयोग करते हैं, उनसे माता लक्ष्मी नाराज रहती हैं.
धन की बचत करना सीखें
आचार्य के अनुसार हर व्यक्ति को धन की बचत करना सीखना चाहिए. आपकी बचत ही सच्ची मित्र है. बचत ही आपके बुरे समय में काम आती है. बचत का सबसे अच्छा तरीका है कि धन को आवश्यक चीजों पर ही खर्च किया जाए. धन का दिखावा कभी नहीं करना चाहिए.
खर्च पर नियंत्रण करें
चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को आय से अधिक धन खर्च नहीं करना चाहिए. यदि आप अपनी आय से अधिक धन व्यय करेंगे तो निश्चित रूप से आगे चलकर आपको इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. अगर आपको भविष्य की परेशानियों से बचना है तो धन के फिजूल खर्चों पर रोक लगाएं.
धन से दूसरों को हानि न पहुंचाएं
किसी का अहित करने के लिए धन का इस्तेमाल कभी न करें. जो कोई ऐसा करते हैं, उन्हें निश्चित रूप से भविष्य में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. ऐसे लोगों से माता लक्ष्मी हमेशा नाराज रहती हैं.