Chanakya Niti : जानिए ऐसी 5 बातों के बारे में, जो व्यक्ति के जीवन को सुखी बनाने में मददगार हैं
आचार्य चाणक्य ने अपने ग्रंथ नीति शास्त्र में ऐसी तमाम बातें कही हैं, जो आज भी लोगों का मार्गदर्शन करती हैं. यहां जानिए ऐसी 5 बातों के बारे में, जो व्यक्ति के जीवन को सुखी बनाने में मददगार हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क।
1. अपनों के साथ कभी छल न करें. चाणक्य नीति कहती है कि जो लोग अपनों के साथ धोखा करके दूसरे समाज के साथ मिल जाते हैं, उनका नाश निश्चित होता है. इसलिए अपनों के प्रति हमेशा लॉयल रहें. बुरे वक्त में आपके अपने ही आपके साथ खड़े होते हैं.
2. चाणक्य नीति कहती है व्यक्ति अपने बड़े कर्मों से बड़ा और शक्तिशाली होता है, आकार से नहीं. इसलिए किसी भी काम को करने से पहले खुद को उद्देश्य के प्रति दृढ़ करना चाहिए और उस काम को करने में पूरा जोर लगा देना चाहिए, तभी सफलता मिल सकती है. ठीक वैसे जैसे कड़कती बिजली एक पहाड़ को तोड़ देती है, जबकि यह पहाड़ जितनी विशाल नहीं होती. एक छोटा सा दीया अंधेरे का नाश कर देता, जबकि वो अंधेरे से बड़ा नहीं होता.
3. व्यक्ति के पास जो कुछ भी पर्याप्त है, वो उसे दान जरूर करना चाहिए. जो व्यक्ति सिर्फ अपने बारे में सोचकर चीजों को खुद तक सीमित रखता है, खुद उस चीज के सुख से वंचित रहता है और आखिर में खाली हाथ रह जाता है. ठीक उसी तरह जैसे मधुमक्खियां शहद को बचाकर एकत्रित करती रहती हैं, लेकिन आखिर में उनके पास कुछ नहीं रहता.
4. सुखी रहना है तो अपनों के प्रति उदार रवैया रखिए, बड़ों के प्रति विनम्र रहिए, अच्छे लोगों के प्रति प्रेम भाव रखिए और दुश्मन के सामने साहसी बनकर रहिए.
5. आचार्य चाणक्य का मानना था कि उदारता, वचनों में मधुरता, साहस, आचरण में विवेक आदि गुण अर्जित नहीं किए जा सकते. ये व्यक्ति के मूल में होते हैं.