चाणक्य नीति: ऐसे लोगों का करेंगे भला तो पड़ सकते हैं मुश्किल में आप जाने क्यों

आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र के जरिए जीवन से जुड़ी समस्याओं का समाधान बताया है

Update: 2022-04-19 05:48 GMT


जनता से रिश्ता बेवडेस्क |  आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र के जरिए जीवन से जुड़ी समस्याओं का समाधान बताया है जो आपको जिंदगी को आसान बना देता है. चाणक्य नीति में आचार्य कौटिल्य ने अपनी एक नीति में बताया है कि किन लोगों की मदद नहीं करनी चाहिए वरना आप खुद परेशानी में पड़ सकते हैं. आचार्य चाणक्य ने बताया कि कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनकी मदद करने पर आप स्वयं मुश्किल में पड़ सकते हैं. आचार्य चाणक्य ने अपने अनुभवों और ज्ञान के आधार पर तीन लोगों को चिन्हित किया है और ये तीन लोग उनकी नजर में मदद के लायक नहीं हैं, तो आइए जानें कि ये कौन हैं जिनकी मदद नहीं करनी चाहिए.
जानिए ये कौन हैं वो लोग जिनकी मदद कभी नहीं करनी चाहिए – 
चाणक्य ने अपने श्लोक में बताया है कि – 
मूर्खाशिष्योपदेशेन दुष्टास्त्रीभरणेन च।
दु:खिते सम्प्रयोगेण पंडितोऽप्यवसीदति।
1. नशे की लत वाले लोग
आचार्य चाणक्य ने नशे की लती लोगों की मदद करने से भी मना किया है, उनका माना है कि नशेड़ी लोगों का ईमान नहीं होता. वे नशे के लिए किसी की भी हानि कर सकते हैं. यही नहीं नशे में इंसान गलत या सही का भेद नहीं रख पाता, इसलिए ऐसे नशेड़ी लोगों की मदद कभी नहीं करनी चाहिए. इनकी सेवा या धन देना आपको ही ठेस पहुंचाएगा.
2. बुरे चरित्र वाला व्यक्ति
अगर आप किसी ऐसे इंसान को जानते हैं जिसका चरित्र खराब हो उससे दूर ही रहने में आपकी समझारी है और ऐसी लोगों की भलाई करने पर या इनकी मदद करने पर भी हमारा ही नुकसान होना है. ऐसे लोगों के संपर्क में रहने से समाज और घर-परिवार में श्रेष्ठ व्यक्ति को भी अपमानित होना पड़ता है, इसीलिए ऐसे लोगों से दूर ही रहना चाहिए।
3. दुखी रहने वाला व्यक्ति
चाणक्य कहते हैं कि जो लोग अपने जीवन से संतुष्ट नहीं हैं और हमेशा ही दुखी रहते हैं, उनसे दूर रहना चाहिए. इन लोगों की भलाई करने पर भी हमें दुख ही मिलता है. ऐसे लोगों का जीवन चाहे कितना भी अच्छा क्यों न हो जाए ये हमेशा दुखी रहते हैं. ये लोग दूसरों के सुख से ईर्ष्या करते हैं और कोसते रहते हैं. इस प्रकार ईर्ष्या भाव रखने वाले और बिना वजह दुखी रहने वाले लोगों से भी दूर रहने में हमारी भलाई है.


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