चाणक्य नीति: आप सुखी रहना चाहते हैं तो इन 3 लोगों का साथ आज ही छोड़ दे

नीति शास्त्र में जीवन से जुड़े कई पहलुओं को बड़ी गहराई से समझाया है।

Update: 2022-04-04 04:57 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। 1. ईश्वर की निंदा करने वालों का साथ

चाणक्य नीति के अनुसार ऐसे लोग जो हमेशा अपने भाग्य को कोसते रहते हैं और ईश्वर की निंदा करते हैं उनका साथ आप में भी नकारात्मकता पैदा कर सकता है। हमेशा अपने ही दुख में डूबे रहने वाले व्यक्ति को कभी कोई संतुष्टि नहीं मिलती है। इसलिए अपनी खुशी के लिए इन लोगों से दूर रहना ही बेहतर है।
2. मूर्खों के साथ
चाणक्य नीति के अनुसार मूर्खों की संगति कभी सही नहीं होती है। आपको मूर्ख लोगों से ना ज्यादा बातें करनी चाहिए और ना ही उन्हें समझाने की कोशिश करनी चाहिए। क्योंकि इन लोगों को आप चाहे कितना ही समझाने का प्रयास कर लें ये किसी की नहीं सुनते हैं। मूर्ख लोगों को अपनी ही बातें हमेशा ठीक लगती हैं। इसलिए आचार्य चाणक्य कहते हैं कि यदि आप ऐसे लोगों पर अपनी ऊर्जा व्यर्थ करते हैं तो यह आपके लिए ही नुकसानदायक है। क्योंकि इससे आपके काम करने की क्षमता और आपकी मानसिक स्थिति पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। इसलिए ऐसे लोगों के दूर रहना ही बेहतर है।
3. दुष्ट महिला के साथ
दूसरों से ईर्ष्या, द्वेष की भावना रखने वाली दुष्ट महिला का साथ भी बिल्कुल सही नहीं बताया गया है। ऐसी महिला ना केवल आपके जीवन बल्कि घर परिवार में भी क्लेश और समस्याएं पैदा करती है। दुष्ट महिला की मदद करना भी अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है क्योंकि यह आपकी मदद का गलत फायदा उठा कर आपको ही नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए चाणक्य नीति में नकारात्मक विचारों वाली महिला से दूर रहना ही उचित बताया गया है।


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