Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य के अनुसार गरीबी आने से पहले मिलने लगते हैं ये संकेत...

Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य की बताई हुई बातें आज भी प्रासंगिक हैं. आज भी लोग चाणक्य नीति का अध्ययन करते हैं. चाणक्य नीति मनुष्य को सफल होने के लिए प्रेरित करती है.

Update: 2022-02-28 02:32 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आचार्य चाणक्य की नीतियां किसी भी व्यक्ति को बदलने में अहम योगदान दे सकती हैं. जीवन में उनकी बताई गई बातों का अनुसरण करने से आप सुखी और संपन्न बन सकते हैं. आइए आपको बताते हैं वो संकेत जिससे घर की संपन्नता खत्म हो जाती है और आर्थिक तंगी आनी शुरू हो जाती है.

जिन घरों में पूजा पाठ नहीं होती है. वहां मां लक्ष्मी नहीं आती हैं. पूजा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है जो मां लक्ष्मी को आकर्षित करती है और वो घर में अधिक दिनों तक रहती हैं. इसलिए अचानक से पूजा-पाठ से दूरी बना लेना आर्थिक तंगी का कारण बन सकता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि गृह कलह किसी भी परिवार के लिए शुभ नहीं होता है. जिस घर में लड़ाई झगड़े और कलह होती रहती है वहां दरिद्रता आती है. लड़ाई झगड़े घर का माहौल नकारात्मक करता है. इससे किसी भी कार्य में मन नहीं लगता है. ऐसे में व्यक्ति ठीक से सोच विचार नहीं कर पाता है. इससे जब व्यक्ति का कार्य प्रभावित होता है तो संपन्नता कैसे आ सकती है. इसलिए परिवार में खुशी का माहौल रहना चाहिए.
तुलसी के पौधे को हिंदू धर्म में पवित्र माना गया है. लोग सुबह शाम इसकी पूजा करते हैं. ये सुख-समृद्धि का प्रतीक होता है. कहा जाता है जिस घर में तुलसी का पौधा सूखने लगे उन्हें सर्तक हो जाना चाहिए. ये आने वाली आर्थिक तंगी का संकेत होता है. इसका मतलब है कि मां लक्ष्मी आपसे नाराज हैं. इसलिए कोशश करें कि ये पौधा कभी न सूखे. अगर सूख जाए तो इसे निकालकर नया पौधा लगाना चाहिए.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिन घरों में बड़े बुजुर्गों का सम्मान नहीं होता है वहां आर्थिक तंगी जल्दी आती है. बड़े बुजुर्गों के आशीर्वाद से धन लाभ होता रहता है. वहीं उनके अपमान से दरिद्रता आती है. इसलिए घर के बड़ों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए.


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