चैत्र माह हुआ आरंभ, जानें गृह प्रवेश और विवाह के शुभ मुहूर्त
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, विशिष्ट दिनों को शुभ माना जाता है और कुछ दिन अशुभ होते हैं। शुभ समय या शुभ मुहूर्त वह समय है जिसमें ग्रह और नक्षत्र मनुष्य के लिए अच्छे या फलदायक होते हैं।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, विशिष्ट दिनों को शुभ माना जाता है और कुछ दिन अशुभ होते हैं। शुभ समय या शुभ मुहूर्त वह समय है जिसमें ग्रह और नक्षत्र मनुष्य के लिए अच्छे या फलदायक होते हैं। शुभ मुहूर्त के साथ किया गया कार्य बिना किसी रुकावट के सफल माना जाता है। आसान शब्दों में कहें तो, शुभ मुहूर्त का अर्थ होता है जरूरी कार्यों में एक अच्छा परिणाम प्राप्त करना। हिन्दी पंचांग के अनुसार पहले माह चैत्र का प्रारंभ आज 19 मार्च दिन शनिवार से हो गया है। आज चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। चैत्र माह का समापन 16 अप्रैल, शनिवार यानी पूर्णिमा के दिन होगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार अन्य माह की तरह ही चैत्र माह में भी कई शुभ मुहूर्त हैं। यह शुभ मुहूर्त विवाह, मुंडन , जनेऊ, गृह प्रवेश, खरीदारी, नामकरण आदि के लिए हैं। चैत्र माह में इन शुभ मुहूर्त के दौरान आप मकान, गाड़ी, प्लॉट या अन्य प्रॉपर्टी की खरीदारी कर सकते हैं। आइए जानते हैं चैत्र माह के विभिन्न कार्यक्रमों के शुभ मुहूर्त के बारे में।
चैत्र के महीने में जनेऊ या उपनयन संस्कार के लिए 3 शुभ मुहूर्त हैं।
जनेऊ मुहूर्त
चैत्र के महीने में जनेऊ या उपनयन संस्कार के लिए 3 शुभ मुहूर्त प्राप्त हो रहे हैं, ये अप्रैल माह में ही हैं। अप्रैल की 03, 06 और 11 तारीख को जनेऊ संस्कार किए जा सकते हैं।
नामकरण मुहूर्त (चैत्र माह )
चैत्र महीने में बच्चों के नामकरण के लिए कुल 6 शुभ मुहूर्त हैं। मार्च माह की तारीखों में नामकरण का मुहूर्त नहीं है, लेकिन अप्रैल की 1, 3, 6, 10, 11 और 15 तारीख नामकरण के लिए शुभ हैं।
चैत्र के महीने में गृह प्रवेश का मात्र एक ही मुहूर्त है।
गृह प्रवेश मुहूर्त (चैत्र माह)
चैत्र के महीने में गृह प्रवेश का मात्र एक ही मुहूर्त है। 26 मार्च को रात्रि 8: 04 मिनट से 17 मार्च प्रातः 6:18 मिनट तक है।
इस माह में मुंडन के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं है।
मुंडन मुहूर्त (चैत्र माह)
इस माह में मुंडन के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। इसके लिए आपको अगले माह का इंतजार करना होगा।
विवाह मुहूर्त (चैत्र माह )
चैत्र माह में शुभ विवाह के लिए केवल दो ही मुहूर्त हैं। शादी ब्याह के लिए 15 अप्रैल और 16 अप्रैल को शुभ मुहूर्त प्राप्त हो रहा है।