जीवन में इन पांच गुणों को विकसित कर लेने से बड़ी से बड़ी मुश्किल को आसानी से कर सकते है हल

कठिनाइयों का डटकर सामना करने का हुनर हर किसी के पास नहीं होता|

Update: 2021-03-17 13:37 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेसक। कहते हैं कि समय कितना ही मुश्किल क्यों न हो, उसका सामना डटकर करो. लेकिन कठिनाइयों का डटकर सामना करने का हुनर हर किसी के पास नहीं होता. इसके लिए व्यक्ति के अंदर कुछ विशेष गुणों का होना जरूरी है. आचार्य चाणक्य ने भी चाणक्य नीति में कुछ ऐसे ही विशेष गुणों का जिक्र किया है, जिन्हें अगर कोई व्यक्ति अपने अंदर विकसित कर ले तो बड़ी से बड़ी मुश्किल को आसानी से पार कर सकता है. जानिए क्या कहती है चाणक्य नीति.

1. आचार्य चाणक्य का मानना है कि ज्ञानी पुरुष के लिए कोई भी समय मुश्किल नहीं होता क्योंकि उसे ये अच्छी तरह से मालूम होता है कि कोई भी समय हमेशा के लिए नहीं है. आज नहीं तो कल, परिस्थितियां फिर से बदलेंगी और ये समय भी उन परिस्थितियों के साथ निश्चित तौर पर बीत ही जाएगा. इसलिए वो अनुकूल समय का इंतजार करता है और वर्तमान परिस्थितियों में भी अपना कर्म करना और ज्ञान अर्जित करना नहीं छोड़ता.
2. दूसरा गुण है धैर्य. मुश्किल समय में ये किसी भी व्यक्ति का सबसे बड़ा शस्त्र है. जिस व्यक्ति के अंदर धैर्य होगा, वो किसी भी चुनौती का सामना आसानी से कर सकता है. धैर्यवान व्यक्ति विपरीत परिस्थितियों में भी अपने दिमाग का सही प्रयोग कर पाता है और सही समय पर सही निर्णय ले पाता है.
3. जिन लोगों में धन का संचय करने की आदत होती है, वे मुश्किल समय की परिस्थितियों को आसानी से पार कर जाते हैं. क्योंकि धन आपका वो मित्र होता है जो कठिन समय में चुनौतियों का सामना करने में आपकी मदद करता है. इसलिए आपका वक्त चाहे कितना ही अच्छा हो, धन संचय जरूर कीजिए ताकि संचय किया हुआ धन मुश्किल वक्त में काम आ सके.
4. यदि जीवन में आगे बढ़ना है तो सही फैसला लेने की कला आनी चाहिए. कोई भी व्यक्ति सही निर्णय किसी भी परिस्थिति को बारीकी से जांचने के बाद ही ले सकता है. इसलिए कठिन से कठिन हालात में भी आवेश में फैसला न लें क्योंकि आवेश में व्यक्ति स्थितियों को ठीक से जांच नहीं पाता और उसका फैसला अक्सर गलत साबित होता है.
5. सबसे अहम शस्त्र है आत्मविश्वास. अगर आत्मविश्वास खो गया तो किसी भी चुनौती का सामना कर पाना नामुमकिन है. श्रीकृष्ण ने भी गीता में कहा है कि मन के जीते जीत है, मन के हारे हार. इसलिए अपनी क्षमताओं को पहचानिए और लोगों द्वारा कही गई बातों का असर खुद पर न होने दीजिए. अगर आत्मविश्वास होगा तो जीवन मेंं कुछ भी मुश्किल नहीं होगा.


इन पांच गुणों को विकसित कर लिया तो जीवन में बड़ी से बड़ी कठिनाई भी आसान हो जाएगी


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