हिंदू धर्म में कई ऐसे व्रत त्योहार है जो शादीशुदा महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और खुशहाल वैवाहिक जीवन की कामना से करती हैं इन्हीं में एक तीज का व्रत भी शामिल हैं। जो कि सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद ही खास माना जाता हैं वैसे तो साल में कई तीज पड़ती हैं लेकिन भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि पर पड़ने वाली तीज का अपना महत्व होता हैं जिसे कजरी तीज, सातुड़ी तीज या कजरिया तीज के नाम से जाना जाता हैं।
इस दिन सुहागिन महिलाएं दिनभर निर्जला उपवास रखती हैं और शिव पार्वती की विधि विधान से पूजा करती हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान शिव और पार्वती की कृपा प्राप्त होती हैं। इस बार कजरी तीज का त्योहार 2 सितंबर दिन शनिवार को मनाया जाएगा। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा कजरी तीज पर शिव पार्वती की पूजा का सबसे उत्तम मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
शिव पार्वती की पूजा का उत्तम मुहूर्त
कजरी तीज रक्षाबंधन के तीसरे दिन पड़ती हैं ऐसे में इस बार यह तीज 2 सितंबर दिन शनिवार को किया जा रहा हैं इस दिन पूजा शिव पार्वती की पूजा का सबसे शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 57 मिनट से सुबह 9 बजकर 31 मिनट तक का रहेगा।
इसके अलावा रात्रि में तीज पूजा का मुहूर्त 9 बजकर 45 मिनट से रात्रि 11 बजकर 12 मिनट तक रहेगा। मान्यता है कि कजरी तीज के दिन अगर शुभ मुहूर्त में शिव पार्वती की आराधना व पूजा की जाए तो अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद प्राप्त होता हैं साथ साथ सुख समृद्धि और संतान प्राप्ति की इच्छा भी पूरी हो जाती हैं।