इन ग्रहों से रहना चाहिए सावधान! नहीं तो होगा भारी नुकशान
हर व्यक्ति की कुंडली में मौजूद ग्रह उसके जीवन को किसी न किसी तरह प्रभावित करते हैं. कई बार इन ग्रहों की शुभ स्तिथि व्यक्ति को उसके जीवन में बुलंदियों तक पंहुचा देती हैं, लेकिन कभी-कभी इन ग्रहों की अशुभ स्थिति जीवन में बहुत कष्ट देती है
हर व्यक्ति की कुंडली में मौजूद ग्रह उसके जीवन को किसी न किसी तरह प्रभावित करते हैं. कई बार इन ग्रहों की शुभ स्तिथि व्यक्ति को उसके जीवन में बुलंदियों तक पंहुचा देती हैं, लेकिन कभी-कभी इन ग्रहों की अशुभ स्थिति जीवन में बहुत कष्ट देती है. स्वास्थ्य से लेकर आर्थिक समस्याएं व्यक्ति को घेर लेती हैं. व्यक्ति कर्ज में डूब जाता है, परिवार भी टूटने लगता है. ऐसा अक्सर अशुभ ग्रहों (Ashubh Grah) की ख़राब दशाओं के कारण होता है. वे कौन-से तीन ग्रह हैं, जो व्यक्ति के जीवन में परेशानी खड़ी कर सकते हैं? इस विषय में हमें बता रहे हैं भोपाल के रहने वाले ज्योतिषी एवं पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि इन सब समस्याओं के लिए मुख्यतः तीन ग्रह राहु, शनि और मंगल जिम्मेदार होते हैं, तो चलिए जानते है इन ग्रहों के बारे में.
राहु ग्रह
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु ग्रह को छाया ग्रह माना जाता है. ऐसा मानते हैं कि यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु शुभ ग्रहों के साथ बैठा हो तो शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है, लेकिन यदि राहु अशुभ ग्रहों के साथ हो तो यह अशुभ फल देता है.
राहु के अशुभ होने पर व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझना पड़ता है. इसके अलावा उस व्यक्ति की आर्थिक स्थिति भी बिगड़ सकती है. राहु ग्रह की अशुभ स्थिति से बचने के लिए नियमित रूप से राहु के मंत्र "ऊँ रां राहवे नम:" का जप करें.
शनि ग्रह
ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह को सबसे धीमी गति से चलने वाला माना जाता है, इसलिए यह किसी व्यक्ति की कुंडली में बहुत लंबे वक्त तक रहता है. शनि ग्रह जिस व्यक्ति की कुंडली में साढ़ेसाती, ढैय्या और महादशा में होता है, वह व्यक्ति लंबे समय तक इससे कष्ट में रहता है.
ऐसे में व्यक्ति को नौकरी, व्यवसाय में घाटा, आर्थिक स्थिति बिगड़ने, विवाह में अड़चनों जैसी समस्याएं झेलनी पड़ती हैं. ऐसे में शनि की क्रूर दृष्टि से बचने के लिए शनिवार के दिन शनि मंदिर में सरसों का तेल अर्पित करना चाहिए. इसके अलावा शनि दोष से बचने के लिए घोड़े की नाल का छल्ला बनवाकर अपनी बीच वाली उंगली में धारण करें.
मंगल ग्रह
ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को ग्रहों का सेनापति माना गया है. यह सभी ग्रहों में सबसे उग्र ग्रह भी माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि जिस व्यक्ति की कुंडली में मंगल खराब स्थिति में होता है, वह व्यक्ति की जिंदगी में उथल-पुथल ला देता है.
किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल छठवें, आठवें और दसवें स्थान पर होने पर यह उसे धन हानि देता है. छठे भाव में कर्ज में वृद्धि करता है. मंगल ग्रह के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए. इसके साथ ही किसी विद्वान ज्योतिष की सलाह से मूंगा रत्न भी धारण किया जा सकता है.