सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता हैं इन्हीं में से एक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भी हैं जो कि बेहद ही खास मानी जाती हैं यह पावन पर्व भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित किया गया हैं इस दिन भक्त भगवान के बाल स्वरूप की विधि विधान से पूजा करते हैं और दिनभर का व्रत भी रखते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जन्माष्टमी के दिन ही भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था जिसे देशभर में जन्माष्टमी के तौर पर मनाया जाता हैं इस दिन व्रत पूजा करने से प्रभु की कृपा प्राप्त होती हैं और दुख दर्द दूर हो जाते हैं। पंचांग के अनुसार जन्माष्टमी का पर्व भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मनाया जाता हैं इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 6 सितंबर को मनाया जाएगा। इस दिन कुछ ऐसे भी काम हैं जिन्हें भूलकर भी नहीं करना चाहिए वरना कष्टों का सामना करना पड़ सकता हैं तो आज हम आपको उन्हीं के बारे में बता रहे हैं।
जन्माष्टमी पर न करें ये काम—
भगवान कृष्ण को श्री हरि विष्णु जी का अवतार मनाया जाएगा और इन्हें तुलसी बेहद प्रिय हैं ऐसे में जन्माष्टमी के दिन भूलकर भी तुलसी की पत्तियों को नहीं तोड़ना चाहिए अगर पूजा में इस्तेमाल करना हैं तो इन्हें एक दिन पहले ही आप तोड़कर रख लें। इसके अलावा एकादशी और जन्माष्टमी पर चावल का सेवन वर्जित माना गया हैं ऐसे में जो लोग जन्माष्टमी का व्रत नहीं कर रहे हैं वे भी इस दिन भूलकर भी चावल का सेवन न करें।
इस दिन सात्विक भोजन का सेवन करना उत्तम माना जाता हैं जन्माष्टमी पर भूलकर भी मांस, मदिरा का सेवन न करें वरना श्रीकृष्ण क्रोधित हो सकते हैं। जन्माष्टमी या फिर किसी भी दिन किसी तरह के पशु पक्षियों को सताना नहीं चाहिए लेकिन जन्माष्टमी पर अगर आने ऐसा किया तो आपको बुरा परिणाम भुगतना पड़ सकता हैं। इसके अलावा जन्माष्टमी पर अपमान करने से भी बचना चाहिए।