अमेरिका में एक अध्ययन से एक चौकाने वाली बात सामने आई है। इस अध्ययन से इस बात का पता चला है कि नास्तिक लोगों के तुलना में धार्मिक प्रवृत्ति के लोग औसतन चार साल ज्यादा जीते हैं। अमेरिका में मृतकों के लिंग और वैवाहिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए एक हजार से अधिक लोगों के विश्लेषण में यह बात सामने आई। अमेरिका के ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी की डाक्टरेट की छात्रा लौरा वालेस ने कहा कि धार्मिक जुड़ाव का लिंग की तरह ही दीर्घायु से सीधा संबंध है।
धार्मिक प्रवृत्ति से जीवनकाल में कुछ वर्ष की बढोत्तरी होती है। ‘सोशल साइकोलोजिकल एंड पर्सनैलिटी साइंस’ पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया कि दीर्घायु होने का एक कारण इस तथ्य से भी जुड़ता है कि धार्मिक प्रवृत्ति के कई लोग सामाजिक संगठनों से जुड़े होते हैं और सामाजिक कार्य करते हैं।