Ashunya Shayan Vrat: कल है अशून्य शयन द्वितीया व्रत, इस व्रत से पति-पत्नी के रिश्ते को मिलती है बेहतरीन मान्यता

हिंदी धर्म शास्त्र में पति-पत्नी के बीच रिश्तों को बेहतर और प्रगाढ़ बनाने के लिए अशून्य शयन द्वितीया व्रत सबसे उत्तम होता है. इस व्रत में भगवान विष्णु और देवी मां लक्ष्मी की विधि –विधान से पूजा की जाती है

Update: 2021-09-21 08:23 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Ashunya Shayan Puja Vrat Vidhi: हिंदी धर्म शास्त्र में पति-पत्नी के बीच रिश्तों को बेहतर और प्रगाढ़ बनाने के लिए अशून्य शयन द्वितीया व्रत सबसे उत्तम होता है. इस व्रत में भगवान विष्णु और देवी मां लक्ष्मी की विधि –विधान से पूजा की जाती है. यह व्रत पूजा पांच महीने – सावन, भादों, आश्विन, कार्तिक और अगहन में होती है. अशून्य शयन द्वितीया व्रत रखकर पूजा करने से हर काम का दोगुना फल मिलने की मान्यता है. कहा जाता है कि जिन दंपत्तियों के बीच संबंध अच्छे न हों तो वे अशून्य शयन द्वितीया का व्रत रखें. यह व्रत पति –पत्नी के बीच संबंधों को बेहतर बनाता है.

धार्मिक मान्यता है कि अशून्य शयन द्वितीया व्रत पत्नी की लंबी आयु के लिए रखा जाता है. इस दिन पति अपनी पत्नी की लम्बी आयु के लिए व्रत रखकर माता लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की पूजा करते हैं. आइए जानें 21 सितंबर से 27 सितंबर 2021 तक के व्रत-त्योहार.
सप्ताह 21 सितंबर से 27 सितंबर 2021 के व्रत त्योहार
21 सितंबर (मंगलवार): सूर्योदय से पहले आज प्रातः काल 5.52 बजे तक आश्विन कृष्ण प्रतिपदा तदोपरांत द्वितीया तिथि प्रारंभ, पूरे दिन पंचक जारी है. पितृपक्ष शुरू. प्रतिपदा श्राद्ध.
22 सितंबर (बुधवार): आश्विन कृष्ण द्वितीया तिथि अहोरात्र (दिन-रात). अशून्य शयन द्वितीया व्रत, पंचक जारी है. आज द्वितीया श्राद्ध.
23 सितंबर (गुरुवार) : आज प्रात: 6.54 बजे तक आश्विन कृष्ण द्वितीया तदोपरांत तृतीया तिथि शुरू. आज प्रात: 6:44 पर पंचक समाप्त. आज पितृ पक्ष की तृतीया श्राद्ध. शक आश्विन प्रारम्भ


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