31 अक्टूबर 2020 का पंचांग, जानिए इसका शुभ मुहूर्त

हिन्दी पंचांग के अनुसार, आज शुद्ध आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है। आज 31 अक्टूबर दिन शनिवार है।

Update: 2020-10-31 09:42 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| हिन्दी पंचांग के अनुसार, आज शुद्ध आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है। आज 31 अक्टूबर दिन शनिवार है। आज स्नान दान की आश्विन पूर्णिमा तिथि है। राहुकाल सुबह में डेढ़ घंटे के लिए है और भद्रा भी प्रात:काल में है। रात सवा आठ बजे के बाद से कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ होगा। आज शनिवार दिन है, ऐसे में आज आपको हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए तथा शनिदेव की आराधना करनी चाहिए। आज के पंचांग में राहुकाल, शुभ मुहूर्त, दिशाशूल के अलावा सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।

आज का पंचांग

दिन: शनिवार, शुद्ध आश्विन मास, शुक्ल पक्ष, पूर्णिमा ति​थि।

आज का दिशाशूल: पूर्व।

आज का राहुकाल: प्रात: 09:00 बजे से 10:30 बजे तक।

आज की भद्रा: प्रात: 07:03 बजे तक।

आज का पर्व एवं त्योहार: स्नानदान की पूर्णिमा।

विक्रम संवत 2077 शके 1942 दक्षिणायन, दक्षिणगोल, शरद ऋतु शुद्ध आश्विन मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा 20 घंट 19 मिनट तक, तत्पश्चात् प्रतिपदा अश्वनी नक्षत्र 17 घंटे 58 मिनट तक, तत्पश्चात् भरणी नक्षत्र सिद्धि योग 28 घंटे 26 मिनट तक, तत्पश्चात् व्यतिपात योग मेष में चंद्रमा।

सूर्योदय और सूर्यास्त

आज पूर्णिमा के दिन सूर्योदय प्रात:काल 06 बजकर 32 मिनट पर होगा, वहीं सूर्यास्त शाम को 05 बजकर 36 मिनट पर होना है।

चंद्रोदय और चंद्रास्त

आज का चंद्रोदय शाम को 05 बजकर 41 मिनट पर होगा। वहीं, चंद्र के अस्त का समय ज्ञात नहीं है।

आज का शुभ समय

अभिजित मुहूर्त: दिन में 11 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक।

अमृत काल: सुबह में 09 बजकर 52 मिनट से दिन में 11 बजकर 40 मिनट तक।

विजय मुहूर्त: दोपहर 01 बजकर 55 मिनट से दोपहर 02 बजकर 39 मिनट तक।

आज शुद्ध आश्विन मास की पूर्णिमा है। शनिवार का दिन होने के कारण आज आप शनि देव के कष्टों से छुटकारा पाने के लिए ज्योतिष उपाय कर सकते हैं। वैसे हुनमान जी की पूजा करना भी उत्तम रहता है। आज आप कोई नया कार्य करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।

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