बसंत पंचमी के बाद फुलेरा दूज पर होगा अबूझ मुहूर्त, बिना किसी कन्फ्यूजन के रचाएं धूमधाम से शादी

साल 2021 में शादी के मुहूर्त बेहद कम हैं

Update: 2021-02-10 13:08 GMT

साल 2021 में शादी के मुहूर्त बेहद कम हैं. अगर अबूझ मुहूर्त को छोड़ दिया जाए तो अप्रैल से पहले फिलहाल कोई मुहूर्त नहीं है. इस कारण लोगों को शादी जैसे मांगलिक कार्यों के लिए काफी इंतजार करना पड़ रहा है. साल के पहला अबूझ मुहूर्त 16 फरवरी को बसंत पंचमी (Basant Panchami 2021) के दिन है और इसके बाद 15 मार्च को फुलेरा दूज (Phulera Dooj 2021) पर पड़ेगा.

अगर आप बसंत पंचमी के मुहूर्त पर किसी कारणवश विवाह नहीं कर सके हैं तो फुलेरा दूज पर बगैर किसी संशय के करें. ये दिन मांगलिक कार्यों के लिए बहुत शुभ माना जाता है. ये दिन भी बसंत पंचमी की तरह ही किसी भी प्रकार के हानिकारक प्रभाव और दोषों से रहित माना जाता है. शादी के अलावा आप बसंत पंचमी और फुलेरा दूज के दिन नामकरण, पूजन, हवन, कथा, मकान, वाहन, जूलरी की खरीदारी जैसे मांगलिक कार्य भी कर सकते हैं. इस दिन किसी भी शुभ कार्य के लिए आपको किसी ज्योतिष के परामर्श की जरूरत नहीं होती.
भगवान कृष्ण को समर्पित है फुलेरा दूज
फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि यानी होली से कुछ दिन पहले मनाया जाने वाला फुलेरा द्वितीया का पर्व भगवान कृष्ण को समर्पित होता है. ये दिन उत्तर भारत में खासतौर पर बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है और उनके साथ रंग बिरंगे फूलों की होली खेली जाती है.
बड़े उत्सव का आयोजन
ब्रज क्षेत्र में इस दिन भगवान कृष्ण के सम्मान में बड़े उत्सव का आयोजन किया जाता है. मंदिरों को सजाया जाता है और भगवान को होली खेलने के लिए रंगीन कपड़े पहनाए जाते हैं. तमाम मंदिरों में कृष्ण लीला और भजन कीर्तन का आयोजन होता है. इस दौरान भगवान के लिए विशेष व्यंजन तैयार करके भोग लगाया जाता है और उस भोग को लोगों के बीच प्रसाद के तौर पर वितरित किया जाता है.


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