580 साल बाद लग रहा है ऐसा चंद्र ग्रहण, जानें सब कुछ

चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण को धर्म और विज्ञान दोनों ही विशिष्ट घटना मानते हैं। दोनों ही क्षेत्र के विशेषज्ञों में ग्रहण को लेकर कौतूहल की स्थिति रहती है। इन खगोलीय घटनाओं का मानव जीवन पर भी व्यापक प्रभाव पड़ता है।

Update: 2021-11-19 03:53 GMT

चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण को धर्म और विज्ञान दोनों ही विशिष्ट घटना मानते हैं। दोनों ही क्षेत्र के विशेषज्ञों में ग्रहण को लेकर कौतूहल की स्थिति रहती है। इन खगोलीय घटनाओं का मानव जीवन पर भी व्यापक प्रभाव पड़ता है।खगोल विदों और ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 19 नवंबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। हालांकि ये आंशिक और उपछाया चंद्र ग्रहण है, लेकिन ये सबसे लंबे चंद्र ग्रहणों में से एक है। खगोलविदों का कहना है कि इस तरह का चंद्र ग्रहण 580 साल बाद लग रहा है। आइए जानते हैं इस चंद्र ग्रहण की कुछ मुख्य बातें....

1-साल 2021 का आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर,दिन शुक्रवार को लग रहा है। इस दिन कार्तिक पूर्णिमा की तिथि पड़ने के कारण इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।
2- खगोलज्ञों के अनुसार ये सदी के सबसे लंबे चंद्र ग्रहणों में से एक है। भारतीय समय के अनुसार ये चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को सुबह 11 बजकर 34 मिनट से शुरू हो कर शाम 5 बजकर 33 मिनट पर समाप्त होगा। इसलिए खण्डग्रास ग्रहण की अवधि 03 घण्टे 26 मिनट रहेगी। जबकि उपच्छाया चंद्र ग्रहण की अवधि 05 घण्टे 59 मिनट रहेगी।
3- विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी लंबी अवधि का चंद्र ग्रहण इससे पहले 580 साल पहले 18 फरवरी 1440 ई को लगा था।
4- चंद्र ग्रहण की अवधि का इतना लंबा होने के पीछे कारण इस समय चंद्रमा और पृथ्वी के बीच की दूरी अधिक होने को बताया जा रहा है।
5- ज्योतिषाचार्यों के अनुसार चंद्र ग्रहण के कार्तिक पूर्णिमा के दिन पड़ने के कारण इसका धार्मिक महत्व भी बहुत है।
6- हालांकि ये आंशिक और उपछाया चंद्र ग्रहण है इसलिए इसका प्रभाव सीमित है। यहा तक की इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।

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