गरुड़ पुराण के अनुसार : 7 ऐसी चीजों को देखने भर से व्यक्ति को मिलता है पुण्य
गरुड़ महापुराण को 18 महापुराणों में से एक माना गया है. इसमें बताई गईं बातें केवल मृत्यु और उसके बाद आत्मा के सफर की ही नहीं हैं,
गरुड़ महापुराण को 18 महापुराणों में से एक माना गया है. इसमें बताई गईं बातें केवल मृत्यु और उसके बाद आत्मा के सफर की ही नहीं हैं, बल्कि इसमें जीवन को बेहतर बनाने के तरीके भी बताए गए हैं. इसमें कुछ ऐसे कामों के बारे में बताया गया है, जिन्हें करने से व्यक्ति का मौजूदा जीवन भी खुशहाल होता है और उसे पुण्य लाभ भी मिलता है. आज हम गरुड़ पुराण में बताई गई 7 ऐसी चीजों के बारे में जानते हैं, जिन्हें देखने भर से व्यक्ति को पुण्य मिलता है. इतना ही इन चीजों को देखने से उसे अपने जीवन शुभ फल भी मिलते हैं.
बेहद शुभ मानी गई हैं ये चीजें
गाय का दूध - हिंदू धर्म में गाय को पूजनीय माना गया है. गाय के दूध को अमृत समान माना जाता है. गरुड़ पुराण में कहा गया है कि गाय का दूध देखने भर से ही व्यक्ति को बहुत पुण्य मिलता है.
गोधूली- गाय जब खुरों से जमीन को खुरचती है और उससे जो धूल निकलती है, उसे गोधूली कहते हैं. गाय का इस तरह जमीन को खुरचते हुए देखना बहुत शुभ माना गया है. यदि शुभ काम के लिए जाते समय ऐसा देखने को मिले तो जरूर सफलता मिलती है.
गौशाला- गौशाला बनवाना, गायों की सेवा करना, गौशाला के लिए दान करना तो बहुत शुभ माना ही गया है लेकिन गौशाला को देखना भी बहुत अच्छा होता है. गरुड़ पुराण में कहा गया है कि गौशाला देखने से बहुत पुण्य मिलता है.
गोखुर- गाय के पैरों को तीर्थ का दर्जा दिया गया है. इसलिए गाय के पैर छुए जाते हैं. गाय के खुरों के दर्शन करने से ही बहुत पुण्य मिलता है.
गोमूत्र- गोमूत्र का इस्तेमाल कई औषधियों में किया जाता है. गरुड़ पुराण में इसे भी बहुत पवित्र माना गया है और गोमूत्र देखने से पुण्य मिलने की बात कही गई है.
गोबर- गाय के गोबर को भी शुभ माना जाता है इसलिए पूजा-पाठ, मांगलिक कार्य में जगह को शुद्ध करने के लिए गोबर का उपयोग किया जाता है. यदि घर के दरवाजे के सामने गाय गोबर कर जाए तो यह सुख-समृद्धि आने का संकेत है. वहीं गोबर को देखना भी बहुत पुण्य देता है.
खेती- व्यक्ति के जीवन का आधार भोजन है और दुनिया की बड़ी आबादी इसके लिए किसान द्वारा उगाए गए अन्न पर निर्भर है. गरुड़ पुराण में कहा गया है कि खेतों में पकी हुई फसल देखने से बहुत पुण्य मिलता है और मन को सुकून भी मिलता है.