महामंडलेश्वर हंसराम सहित संत हुए अयोध्या रवाना, प्राण-प्रतिष्ठा में होंगे शामिल
भीलवाड़ा। पांच सौ वर्ष के इंतजार के बाद अब वो दिन आ रहा है, जब श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में प्रभु श्रीराम लला भव्य महल (मंदिर) में 22 जनवरी को शुभ मुहूर्त में विराजमान होंगे। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भाग लेने के लिए हरिशेवा सनातन मंदिर के महंत महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन सहित संत …
भीलवाड़ा। पांच सौ वर्ष के इंतजार के बाद अब वो दिन आ रहा है, जब श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में प्रभु श्रीराम लला भव्य महल (मंदिर) में 22 जनवरी को शुभ मुहूर्त में विराजमान होंगे। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भाग लेने के लिए हरिशेवा सनातन मंदिर के महंत महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन सहित संत अयोध्या के लिए रवाना हो गए। विश्व हिंदू परिषद के जिला सहमंत्री सुशील सुवालका ने बताया कि प्रमुख संतों के अयोध्या रवाना होने से पुर्व भव्य शोभायात्रा निकाली गई है। शोभायात्रा में महिलाएं केसरिया परिधान तो पुरुषों ने सफेद वस्त्रों पर भगवा साफा लगाया। विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल द्वारा निकाली शोभायात्रा सुबह हरिशेवा सनातन आश्रम से गाजे-बाजे के साथ रवाना हुई। शोभायात्रा में सबसे आगे टेकरी के हनुमानजी आश्रम के महंत बनवारी शरण काठिया बाबा, संत संतदास हरिशेवा धाम के संत मायाराम, संत राजाराम, संत गोविंद राम, भीलवाड़ा विधायक अशोक कोठारी आदि चल रहे थे। श्रीराम दरबार की जीवंत झांकियां आकर्षण का केंद्र रही। बैंड पर प्रभु श्रीराम के भजनों की मधुर स्वर लहरियां। राम भक्तों के जयश्रीराम के उद्घोष से पूरा वातावरण राममय हो रहा था। राम भक्तों का विभिन्न संगठनों द्वारा जगह जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। बजरंगी चैराया, भोपाल क्लब, भीमगंज थाना, सर्राफा बाजार, बड़ा मंदिर, धान मंडी होते हुए शोभायात्रा शहीद चैक पहुंची। यहां दो बलिदानी कारसेवकों को याद किया गया। इस मौके पर महामंडलेश्वर हंसराम ने गुलमंडी का नाम अयोध्या नगर सर्राफा बाजार करने की मांग की, जिससे विधायक अशोक कोठारी ने भी सहमति जताई। तत्पश्चात महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन सहित प्रमुख संत व शिष्य अयोध्या के लिए रवाना हो गए। उनके साथ बलिदानी कारसेवकों के परिजन भी गए।
शोभायात्रा में ये रहे मौजुद
शोभायात्रा में ब्रह्मचारी इंद्रदेव, कुणाल, सिद्धार्थ, मिहिर, पंडित सत्यनारायण शर्मा, पंडित मनमोहन शर्मा, सचिव हेमंत वच्छानी, पल्लवी वच्छानी, महाराज नवीन शर्मा, रविन्द्र जाजू, चांदमल सोमानी, लक्ष्मीनारायण डाड, अशोक मूंदड़ा, भगवान सिंह चैहान, रमेश मूंदड़ा, कन्हैयालाल स्वर्णकार, बद्रीलाल सोमानी, पंकज आडवाणी व भारतीय सिंधु सभा के पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में सनातन धर्म प्रेमी शामिल थे।
बलिदानी रामभक्तों के परिजनों का किया सम्मान
सांगानेरी गेट स्थित शहीद चैक में श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन में बलिदान हुए दो राम भक्त रतनलाल सेन के पुत्र महावीर सेन व सुरेश जैन के भाई शांति लाल जैन का स्मान किया गया। संतों ने उन्हें शॉल व माला पहनाई। दोनों रामभक्त रतन लाल सेन व सुरेश जैन 12 मार्च 1991 को पुलिस की गोली लगने से बलिदान हो गए थे।