जाट समाज के आरक्षण आंदोलन के बीच कुशवाह समाज ने उठाई 12% आरक्षण की मांग

भरतपुर: भरतपुर के जयचौली में चल रहे जाट समाज के आरक्षण आंदोलन के बीच अब कुशवाह-शाक्य समाज ने भी अपनी आरक्षण की पुरानी मांग फिर से उठा दी है। कुशवाह समाज आरक्षण आंदोलन संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बयाना में विधायक डॉ. ऋतु बानावत को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर समाज को अति पिछड़ा वर्ग …

Update: 2024-01-29 03:33 GMT

भरतपुर: भरतपुर के जयचौली में चल रहे जाट समाज के आरक्षण आंदोलन के बीच अब कुशवाह-शाक्य समाज ने भी अपनी आरक्षण की पुरानी मांग फिर से उठा दी है। कुशवाह समाज आरक्षण आंदोलन संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बयाना में विधायक डॉ. ऋतु बानावत को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर समाज को अति पिछड़ा वर्ग (MBC) कैटेगरी में 12 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग की।

ज्ञापन में बताया कि कुशवाह, काछी, शाक्य समाज के लोग पिछले 19 सालों से अति पिछड़ा वर्ग में आरक्षण की मांग कर रहे हैं। लेकिन आज तक किसी भी सरकार ने उनकी मांग पर गौर नहीं किया। इसके लिए उन्होंने कई बार आंदोलन भी किया। लेकिन सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं मिला। बीते वर्षों में धीरे-धीरे ओबीसी में 39 जातियों की संख्या बढ़ा दी गई, लेकिन ओबीसी आरक्षण 21 फीसदी से आगे नहीं बढ़ा। केंद्र सरकार ने ईडब्ल्यूएस को भी 10% आरक्षण दे दिया।

जबकि पिछड़ा वर्ग आयोग और राज्य सरकार की सर्वे रिपोर्ट में कुशवाह समाज को आर्थिक, शैक्षणिक और राजनैतिक रूप से अत्यंत पिछड़ा बताया गया है। राज्य सरकार समाज के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर जल्द ही सरकार ने आरक्षण की मांग पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं की तो समाज उग्र आंदोलन की राह पर उतरेगा।

इसके अलावा ज्ञापन में धौलपुर मेडिकल कॉलेज सहित अन्य सरकारी स्कूल-कॉलेजों का नामकरण समाज के शहीदों पर करने, लवकुश बोर्ड को वित्तीय अधिकार देने, लवकुश जयंती पर राजकीय अवकाश घोषित करने जैसी मांगें भी की गई है।

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