बीजिंग: आर्द्रभूमि संरक्षण शीत्सांग के पारिस्थितिक पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता संरक्षण और आर्थिक व सामाजिक विकास में अपूरणीय भूमिका निभाता है।
हाल के वर्षों में, "शीत्सांग पारिस्थितिक सुरक्षा अवरोध संरक्षण और निर्माण योजना (2008- 2030)", छिंगहाई-शीत्सांग पठार के पारिस्थितिक संरक्षण और बहाली की प्रमुख परियोजनाएं, केंद्रीय वित्तीय चरागाह पारिस्थितिक संरक्षण और बहाली निधि और स्वायत्त प्रदेश का पारिस्थितिक लाभ मुआवजा निधि के कुल 31.8 करोड़ युआन थे।
आर्द्रभूमि संरक्षण और बहाली, आर्द्रभूमि पारिस्थितिक लाभ मुआवजा और आर्द्रभूमि पारिस्थितिकी तंत्र निगरानी सहित कुल 25 परियोजनाएं लागू की गईं। अब तक, पूरे शीत्सांग में कुल 15 आर्द्रभूमि प्राकृतिक रिजर्व और 22 राष्ट्रीय आर्द्रभूमि पार्क स्थापित किए गए हैं। इनमें मानसरोवा झील, मीतिका आर्द्रभूमि, सिलिंग झील, झारी नाम झील चार स्थानों को अंतरराष्ट्रीय महत्वपूर्ण आर्द्रभूमियों की सूची में शामिल किया गया।
लालू आर्द्रभूमि, लाथुओ आर्द्रभूमि और पैंगोंग झील को राष्ट्रीय महत्वपूर्ण आर्द्रभूमियों की सूची में शामिल किया गया है। राष्ट्रीय आर्द्रभूमि पार्क, अंतरराष्ट्रीय महत्वपूर्ण आर्द्रभूमि, राष्ट्रीय महत्वपूर्ण आर्द्रभूमि और स्वायत्त प्रदेश- स्तरीय महत्वपूर्ण आर्द्रभूमि सहित विभिन्न आर्द्रभूमि संरक्षण प्रणालियां धीरे-धीरे बनाई गई हैं।