वर्ल्ड हार्ट डे इन तरीक़ों से रखें अपने दिल का ख़्याल
हार्टअटैक 50 की उम्र के बाद की बीमारी है, लेकिन भारत सहित दुनियाभर में
हेल्थ | यदि आपका दिल परेशान रहता है तो वह आपको सिग्नल ज़रूर भेजता है और अगर आप उस पर ध्यान नहीं देते हैं तो आपको पछताना पड़ता है. 29 सितंबर का दिन वर्ल्ड हार्ट डे के रूप में मनाया जाता है. आजकल हार्टअटैक युवाओं की बीमारी बनता जा रहा है. अब तक यह माना जाता रहा है कि हार्टअटैक 50 की उम्र के बाद की बीमारी है, लेकिन भारत सहित दुनियाभर में 25 साल के युवाओं से लेकर 60 साल तक के आयुवर्ग के लोग इस बीमारी के तेज़ी से शिकार हो रहे हैं. वर्ल्ड हार्ट फ़ेडरेशन के मुताबिक़ सबसे ज़्यादा मौत दिल की बीमारियों की वजह से होती है. इसलिए अगर आप सोचते हैं कि आप अपने दिल का ख़्याल 35 साल की उम्र के बाद रखना शुरू करेंगे तो अपनी इस सोच पर लगाम लगाएं और जितना जल्दी हो सके आपने दिल का ख़्याल रखना शुरू कर दें.
दिल को सेहतमंद बनाए रखने के कुछ तरीक़े
खानपान और उसकी मात्रा पर ध्यान दें
खाने में अधिक तेल, मसाला, नमक और शक्कर आपको मोटापे का लिफ़ाफा पकड़ाते हैं और उसमें होती है कई बीमारियों की सौगात. मोटापे का असर शरीर के बाहरी हिस्सों से लेकर अंदरूनी अंगों पर पड़ता है. इससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और दिल की अनेक बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए खानपान की क्वॉलिटी और क्वॉन्टिटी दोनों पर ध्यान दें, ताकि शरीर और दिल दोनों स्वस्थ बना रहे. फ़ाइबर से भरपूर खानपान अधिक खाएं-जैसे साबूत अनाज, हरी सब्ज़ियां और ड्राय फ्रूट्स को अपनी डायट में शामिल करें.
रोज़ाना व्यायाम करें
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए दूसरा ज़रूरी काम है रोज़ाना व्यायाम करना. योग, कार्डियो, रनिंग, स्विमिंग, साइक्लिंग या डांस किसी भी तरह के व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं. जितना हो सके पैदल चलने की कोशिश करें. लिफ़्ट का कम से कम इस्तेमाल करें.
तनाव ना लें
सबसे पहले तो तनाव ना लें. लेकिन इस दौड़-भाग की ज़िंदगी में तनाव ना हो ऐसा हो नहीं सकता है. लेकिन तनाव में होने पर आपको क्या करने से सुकून मिलता है यानी कि आपके लिए स्ट्रेस बस्टर्स को तलाशें, जो आपको तनाव से छुटकारा दिलाते हैं. अगर आपको मेंटल स्ट्रेस लगातार बना रहता है तो डॉक्टर से सलाह लें.