'बंटोगे तो कटोगे' और 'एक रहोगे तो सेफ रहोगे' के नारे से ओवैसी के पेट में क्यों हो रहा दर्द? : शहजाद पूनावाला
नई दिल्ली: भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोमवार को आईएएनएस से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहले वह अपने परिवार के आदर्शों को बचाएं, क्योंकि वह उन लोगों के साथ बैठे हैं, जो राम मंदिर का विरोध करते हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, "आदित्य ठाकरे बिल्कुल सही कह रहे हैं, क्योंकि उनका सिंबल और वोटर चला गया। यही नहीं, उनके पिता ने बालासाहेब ठाकरे के विचारों को सत्ता के लिए गिरवी रख दिया है। इसलिए आज वह बालासाहेब ठाकरे के विचारों के विरुद्ध जाकर उन लोगों के साथ बैठ गए हैं, जो राम मंदिर का विरोध करते हैं, बाबरी बनाने का मंसूबा रखते हैं और वीर सावरकर को कायर और डरपोक कहते हैं। इसलिए जिन लोगों ने विचारधारा जिहाद किया हो, आज ऐसे लोगों के लिए अस्तित्व का संकट आ चुका है।"
असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "ओवैसी के पूर्वज रजाकारों और जिन्ना का प्रेम प्रसंग पाकिस्तान के साथ किस तरह का था, इस बात को किसी को बताने की आवश्यकता नहीं है। मैं ओवैसी से यही कहूंगा कि वह हिंदुओं की वंशावली पर सवाल खड़े करने से पहले यह देखें कि वह खुद कहां से आए हैं, उनको इस पर थोड़ा अध्ययन करना चाहिए। सरदार पटेल और भारत की पुलिस ने रजाकार और उनके लोगों को खदेड़-खदेड़ कर पाकिस्तान भिजवाया। उनके कुछ अंश यहां पर मौजूद हैं, जो पाकिस्तान की जुबान और जिन्ना के एजेंडे को चलाते हैं। उनके मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे। उनके पेट में ‘बंटोगे तो कटोगे’ और ‘एक रहोगे तो सेफ रहोगे’ के नारे से दर्द हो रहा है।"
उन्होंने आगे कहा कि ओवैसी की खुद की पार्टी का नाम इत्तेहादुल मुस्लिमीन है। वह वोट बैंक को एक करके उसे सेक्युलर बताते हैं, लेकिन जब हम भारत के लोगों और हिंदू समाज को एक होने के लिए बोलते हैं तो उनके पेट में दर्द क्यों होने लग जाता है, यह बात सबको समझ में आ रही है।
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, इमरान मसूद और ओवैसी या जाकिर नाइक जैसे लोग भड़काऊ भाईजान कमेटी यानी 'बीबीसी' का हिस्सा है। ये लोग कभी वक्फ के नाम पर तो कभी सीएए के नाम पर हमेशा काम पर लगे रहते हैं। इनका काम सिर्फ मुस्लिम समाज को भड़काना, वोट बैंक की दुकान को सजाना और संविधान के खिलाफ बातें करना है। राहुल गांधी को यह बताना चाहिए कि क्या यह संविधान की बात है, जो इस तरह से इमरान मसूद बोल रहे हैं। इमरान पर राहुल गांधी कुछ नहीं बोल सकते, क्योंकि वोट बैंक का नाता है।
उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, " ‘इंडिया अलायंस’ सिर्फ नाम का गठबंधन है, इसका न कोई मिशन और न कोई महत्वाकांक्षा है। वह सिर्फ अपनी महत्वाकांक्षा, पॉजिशन, करप्शन और कमीशन तथा पीएम मोदी के खिलाफ एकजुट होने की वजह से साथ में आए थे। इसलिए, पूरे देश में कोई ‘इंडिया अलायंस’ नहीं है। उन्होंने इसका पूरा ब्रांड तो बना दिया मगर जमीन पर एकजुट नहीं है। वे लोग सिर्फ अपने वोट बैंक, करप्शन को बचाने के लिए एक साथ आए हैं। उनका मकसद यही है कि पीएम मोदी को देश के लिए काम करने से कैसे रोका जाए।"