जो पूरा देश चाहता था हमने वह कर दिखाया: हार्दिक पांड्या

Update: 2024-06-30 08:19 GMT
बारबाडोस: अहमदाबाद में दिल टूटने के सात महीने बाद ही भारतीय टीम ने बारबाडोस में दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ शानदार वापसी करते हुए टी20 वर्ल्ड कप 2024 का ख़िताब अपने नाम किया। इस जीत के बाद टीम के अहम खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
फाइनल में 20 रन पर तीन विकेट लेने वाले भारतीय उपकप्तान हार्दिक पांड्या ने शनिवार को कहा, "इसके मायने बहुत अधिक हैं। यह भावुक पल है। हम काफ़ी कड़ी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन कई बार चीज़ें काम नहीं करती। हालांकि, आज़ ऐसा दिन था जब शायद हम वह पूरा करने में सफल रहे जो पूरे देश को चाहिए था। बहुत सारे लोग समर्थन दे रहे थे।"
उन्होंने कहा,"मेरे लिए यह और भी स्पेशल है क्योंकि मेरे पिछले छह महीने जिस तरह के रहे। ऐसा लगा कि मेरे छह महीने जो गए हैं वो वापस आ गए। मैंने बहुत कंट्रोल किया। जब मुझे रोना था तो मैं नहीं रोया क्योंकि मुझे लोगों को नहीं दिखाना था। जितने भी लोग मेरे कठिन समय में खुश हो रहे थे मुझे उन्हें और खुशी नहीं देनी थी। ऊपर वाले की कृपा से मुझे मौक़ा भी कितना शानदार मिला। अंतिम ओवर में मैं ऐसी परिस्थिति में था जिसकी मैं कल्पना भी नहीं कर सकता था।"
हार्दिक ने कहा,"हमें पूरा भरोसा था कि हम कहीं से भी मैच को जीत सकते हैं। जस्सी (जसप्रीत बुमराह) और गेंदबाज़ों को क्रेडिट जाता है, जिस तरह से उन्होंने आखिरी 4-5 ओवर में गेंदबाज़ी की। इसने सबकुछ बदल दिया। मुझे पता था कि यदि मैं शांत नहीं रहूंगा तो मुझे दिक्कत होगी। मेरे लिए अपने प्लान को अमल में लाना और हर गेंद को 100 प्रतिशत पर डालना अहम था। मैं ऐसी परिस्थितियों में रहा हूं, मैं जीत नहीं पाया हूं, लेकिन हमेशा दबाव का आनंद लिया है।"
आलराउंडर ने कहा,''मैं राहुल द्रविड़ के लिए काफ़ी खुश हूं। वह एक शानदार इंसान हैं और मुझे उनके साथ काम करने में मजा आया। उन्हें इस तरह की विदाई देना, इस तरह से उनके कोचिंग करियर का अंत करना शानदार है। पिछले 3-4 सालों में सभी सपोर्ट स्टॉफ़ के लोगों ने शानदार काम किया।"
भारत की खिताबी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अक्षर पटेल ने कहा, ''जब मैं विश्व कप (टीम) में आया था पिछले कुछ सालों में मैं चोटिल हो रहा था। इस बार मैंने सोचा था कि मुझे भारत के लिए कुछ करना है और मुझे काफ़ी गौरवान्वित महसूस हो रहा है। मैंने चीज़ें सरल रखने की कोशिश की, किसी चीज़ के बारे में सोचा नहीं। इसे किसी अन्य मैच के रूप में देखा। इसे फ़ाइनल के रूप में नहीं सोचा। ये मेरे काम आया। जब बल्लेबाज़ी के लिए गया तो यह नहीं सोच रहा था कि मेरे आउट होने पर क्या होगा। मैंने गेंद को उसकी मेरिट पर खेला।''
अक्षर ने कहा,"रोहित एक बेहतरीन इंसान हैं, उन्होंने भारत को इस विश्व कप में बेहतरीन ढंग से लीड किया। राहुल भाई ने सबकुछ दिया और उन्होंने कहा कि बिना दबाव लिए आपको इसका लुत्फ़ उठाना है। (ऊपर बल्लेबाज़ी करने पर) आज़ मुझे नीचे बल्लेबाज़ी करनी थी, लेकिन जब हमारे तीन विकेट जल्दी गिर गए तो अचानक राहुल भाई ने मुझे तैयार होने के लिए कहा। मुझे अपनी बल्लेबाज़ी के लिए कुछ सोचने का समय नहीं मिला और यही मेरे काम आया।"
तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने कहा, "मुझे जस्सी भाई पर पूरा भरोसा था। वह इकलौते गेम चेंजर खिलाड़ी हैं। उनका ओवर मैच को बदलने वाला ओवर था और मैं जो सोच रहा था वही हुआ। मैं इस समय अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर सकता। पिछले साल के विश्व कप में हार गए थे, लेकिन अब ये मैच, मेरे ख्याल से खिलाड़ी के रूप में यह भावना अदभुत है। हर एक पेशेवर क्रिकेटर वर्ल्ड कप ट्रॉफ़ी जीतना चाहता है। मैं अपने आपको भाग्यशाली मानता हूं।"
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