नई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर मध्य प्रदेश सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कांग्रेस पर "श्रीकृष्ण द्रोह" का आरोप लगाया है।
विनोद बंसल ने कहा कि जिहादी तुष्टिकरण की आड़ में कांग्रेस अब राम द्रोह से श्रीकृष्ण द्रोह की तरफ चल पड़ी है। मध्य प्रदेश के उज्जैन में ही श्रीकृष्ण ने शिक्षा ली थी, वहीं कृष्ण-सुदामा का मिलन हुआ था। इसलिए कृष्ण जन्माष्टमी पर मध्य प्रदेश सरकार ने मंदिरों की साफ सफाई, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और श्रीकृष्ण के मित्रता के संदेश को जन-जन तक ले जाने की जो घोषणा की है, वह स्वागत योग्य है। लेकिन इसका स्वागत करने की बजाय "कांग्रेस नेता इसकी तुलना मदरसों से कर रहे हैं। कांग्रेस आरोप लगा रही है कि भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षाओं से शिक्षण संस्थान बर्बाद हो जाएंगे, यह पूरी तरह से गलत है"।
विहिप नेता ने आगे कहा कि वैसे तो जिहादी तुष्टिकरण में आकंठ डूबी पार्टी से इससे अधिक उम्मीद भी भला कोई क्या करेगा। लेकिन अब उन कथित जनेऊधारी ब्राह्मण और उनके कुनबे को यह स्पष्ट तो करना ही चाहिए कि क्या वाकई भगवान श्री कृष्ण की शिक्षाएं बर्बादी का मार्ग हैं? पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के बाद क्या अब भारत के भी हिंदू बच्चे जन्माष्टमी न मनाएं?
उन्होंने कांग्रेस से अपने नेता के बयान के लिए माफी मांगने की मांग करते हुए अन्य राज्य सरकारों को भी मध्य प्रदेश सरकार के फैसले का अनुसरण करने की सलाह दी।