लखनऊ: निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव के साथ देश के 15 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव का ऐलान कर दिया। इसमें उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटें भी शामिल हैं। तारीखों के ऐलान के बाद से राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने इस मुद्दे पर आईएएनएस से खास बातचीत की।
असीम अरुण ने आईएएनएस को बताया कि उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी पिछले दो-तीन महीने से बहुत मेहनत कर रही है। पार्टी के सदस्यता अभियान की इसमें बहुत बड़ी भूमिका रही है। मेरा मानना है कि पार्टी का प्रत्येक सदस्य पांच अन्य सदस्यों को पार्टी से जोड़ेगा और सभी नौ विधानसभा सीटों पर भारत के वोट शेयर प्रतिशत में तेजी से वृद्धि होगी और हम सभी नौ सीटों पर जीत दर्ज करेंगे।
विपक्षी महागठबंधन 'इंडिया' को लेकर भाजपा मंत्री ने कहा कि उनके गठबंधन की सिर्फ एक नीति रही है कि "मोदी को हटाओ", लेकिन लोकसभा चुनाव में जनता ने हम पर दोबारा भरोसा जताया। ऐसे में उपचुनाव में भी हमारी जीत होगी। मेरा मानना है कि यह चुनाव आशीर्वाद का चुनाव है।
चुनाव आयोग द्वारा ईवीएम को लेकर सवाल उठाने को गलत बताने पर भाजपा मंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग हैकर्स को पहले कई बार मौका दे चुका है कि वे बताएं कि मशीन को कैसे हैक किया जा सकता है? लेकिन कभी किसी को सफलता नहीं मिली। दूसरी बात, जब जीत गए तो "मेरी लोकप्रियता" और हार गए तो "ईवीएम की गलती", इसको उत्तर प्रदेश की जनता और भारत के वोटर्स स्वीकार नहीं करेंगे।
खाने में थूकने और ठेले-खोमचे वालों की पहचान के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार अध्यादेश लाने पर विचार कर रही है। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह बहुत ही घिनौनी बात है। इसको रोकने के लिए जो भी कानून बनाने की जरूरत होगी, भाजपा सरकार बनाएगी। ऐसा कृत्य करने वाले दंडित होने चाहिए, चाहे वे किसी भी धर्म या किसी और आधार पर ऐसा करते हों।