उद्धव ठाकरे न हिंदुओं के न मुसलमानों के, वो सिर्फ अपने परिवार के : भाजपा
मुंबई: महाराष्ट्र से भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने वक्फ बोर्ड को लेकर उद्धव ठाकरे (यूबीटी) पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे न हिंदुओं के हैं, न ही मुसलमानों के हैं। वो सिर्फ अपने परिवार के हैं।
उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे के पास अपना खुद का वोट बैंक बचा नहीं है। उनके पास जो वोट बैंक है, वो कांग्रेस का वोट बैंक है। खुद को हिंदुत्ववादी कहने वाले उद्धव ठाकरे को वक्फ बोर्ड में संशोधन का स्वागत करना चाहिए, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, क्योंकि सोनिया गांधी नाराज हो जाएंगी।
सोनिया गांधी पर उद्धव ठाकरे और उनके गुट का राजनीतिक करियर निर्भर है, इसलिए उन्होंने इस प्रकार का स्टैंड लिया है। मुझे लगता है कि इससे उद्धव ठाकरे का असली चेहरा लोगों के सामने आया है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में मुस्लिम समाज गलतफहमी में आकर उद्धव ठाकरे के पक्ष में मतदान किया। अब उनका असली चेहरा जनता के सामने आ गया है। उद्धव ठाकरे न ही हिंदुओं के हैं और न ही मुसलमानों के हैं। मैं और मेरा परिवार इसके आगे उद्धव ठाकरे को कुछ दिखता नहीं है। महाराष्ट्र की जनता को ये समझ में आ गया है।
दरअसल, संसद में वक्फ बिल पेश होते समय शिवसेना (यूबीटी) सांसद मौजूद नहीं थे। इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता वारिस पठान ने इस पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने संसद में कहा था कि जब मुसलमानों ने उद्धव ठाकरे को दिल खोलकर वोट दिया है तो वो मुसलमानों के मुद्दे पर चुप क्यों हैं ?
उन्होंने कहा था कि जब मुसलमानों को जरूरत पड़ी, तो यूबीटी के सभी सांसद गायब हो गए। महाराष्ट्र का मुसलमान इसे देख रहा है। आगामी विधानसभा चुनाव में मुस्लिम वोटर्स इसका जवाब देंगे।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने वक्फ अधिनियम, 1995 में संशोधन करने के लिए गुरुवार को लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पेश किया था। विधेयक का उद्देश्य राज्य वक्फ बोर्ड की शक्तियों, वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण, सर्वेक्षण और अतिक्रमणों को हटाने से संबंधित 'प्रभावी ढंग से मुद्दों का समाधान' करना है।