बच्चों की कल्पना को पर देने का काम करेंगी ये 7 हिंदी पुस्तकें

रचनात्मकता और कल्पनाशीलता को विकसित करने में मदद करती हैं.

Update: 2023-06-06 02:55 GMT
साहित्य | कहानियां व कविताएं बच्चों में रचनात्मकता और कल्पनाशीलता को विकसित करने में मदद करती हैं. उन्हें नई दुनिया से, नए किरदारों से, नई भाषा से, नई सपनों से रूबरू करवाती हैं. इसलिए उन्हें किताबों की दुनिया से अवगत कराएं. उन्हें किताबों की रंगीन दुनिया में पंख फैलाने के लिए प्रोत्साहित करें. आज हम आपको ऐसे ही सात किताबों से मिलाने जा रहे हैं, जो प्रकृति, भावनाओं और कल्पना पर चर्चा करती हैं और टाटा ट्रस्ट द्वारा, पराग सम्मान सूची 2022 में शामिल हैं.
‘बेटियां भी चाहें आज़ादी’ ताक़त और विश्वास के साथ स्त्रियों की हर संभव स्वाधीनता की उद्घोषणा करती है. यहां साधारण से लगने वाले वाक्य भी नारों जैसी तात्कालिकता और ओजस्विता प्राप्त कर लेते हैं. जीवन के हर क्षेत्र में हर तरह की आज़ादी के बग़ैर स्त्री-पुरुष समानता संभव नहीं है. यह किताब संविधान प्रदत्त अधिकारों और मन की बात कहने की आज़ादी की मांग करती है. आकर्षक चित्रों से सज्जित यह किताब बेटियों की पू्र्ण स्वाधीनता का घोषणा-पत्र है.
इस किताब की कहानियां बेहद नएपन से आम जीवन के सामाजिक, साहित्यिक, सांगीतिक, मानवीय, शैक्षिक और पर्यावरण से जुड़े गहरे सरोकारों को अपने में शामिल करती जाती है. जिनमें बच्चों के स्वभाव और चाहते हैं, उनकी उदासी और दोस्ती है. और भी बहुत कुछ है जो आज के साहित्य में अपेक्षित है. कहानियां जितने अनूठे विषयों पर हैं, कही भी उसी अनूठेपन से गई है. बेहद सधी हुई ताज़ातरीन भाषा, विचारों व भावों के अनुरूप हैं. कहानियों को विस्तार और गहराई देने का ज़िम्मा लेते चित्र बेमिसाल हैं.
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