स्वच्छता को नारा नहीं, बल्कि स्वभाव बनाने की जरूरत : राजीव रंजन सिंह

Update: 2024-10-02 09:21 GMT
पटना: केंद्रीय पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने दो अक्टूबर गांधी जयंती के दिन स्वच्छता अभियान के 10 साल पूरे होने के मौके पर खुशी जाहिर की। उन्होंने इस मौके पर अपने समर्थकों के साथ मिलकर झाड़ू लगाकर लोगों के बीच स्वच्छता का संदेश दिया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “इससे हमने महज एक ही संदेश देने का प्रयास किया है कि स्वच्छता प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का उपयोगी हिस्सा है, जिसे हम सभी को आत्मसात करना होगा। स्वच्छता के जरिए हम कई तरह की दुश्वारियों से निजात पा सकते हैं। कई बार उचित साफ सफाई नहीं रखने की वजह से हम बीमारियों के भी शिकार हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में हमारे लिए यह जरूरी हो जाता है कि हम स्वच्छता पर विशेष बल दें।”
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस अभियान को शुरू करने के पीछे की मूल वजह भी यही थी कि हमें चौतरफा स्वच्छता अभियान तेज करना होगा। लोगों को साफ सफाई के प्रति जागरूक करना होगा। लिहाजा, मैं लोगों से यही अपील करता हूं कि आप लोग स्वच्छ रहें, स्वच्छ रहने से हम सुंदर भी दिखते हैं, इससे निजी तौर पर आपको ही लाभ पहुंचेगा।”
उन्होंने कहा, “हम ऐसा करके समस्त देश में स्वच्छता के प्रति सारगर्भित संदेश देना चाहते हैं, ताकि लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक हो सकें। हम सभी को यहां एक बात समझने की जरूरत है कि हम स्वच्छता को महज नारे की शक्ल ना प्रदान करें, बल्कि इसे अपने मिजाज का हिस्सा बनाए और उसे अपने संस्कार में शामिल करें। अगर हम 10 मिनट आधा घंटा अपने आसपास सफाई रखेंगे, तो हमें उससे कई तरह की समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।”
बता दें कि दो अक्टूबर को स्वच्छता अभियान के दस साल पूरे हो चुके हैं। इस अभियान के 10 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज करोड़ों भारतीयों ने इसे अपना निजी लक्ष्य बना लिया है। उन्होंने कहा कि इस अभियान को जमीन पर उतारने के लिए जितने भी लोगों ने अपनी योगदान दिया, उन सभी लोगों की मैं सराहना करता हूं। अभी हमें इस दिशा में और ज्यादा परिश्रम करने की आवश्यकता है, ताकि समाज में स्वच्छता के संदेश को व्यापक स्तर पर लोगों के बीच मे प्रसारित किया जाए।
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