'किसानों-बेरोजगारों के मुद्दों पर बात करें', जूही सिंह की भाजपा को नसीहत
लखनऊ: समाजवादी पार्टी की नेता जूही सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की योजनाओं और उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से किए जा रहे एनकाउंटर समेत विभिन्न मुद्दों पर मंगलवार को आईएएनएस से विशेष बातचीत की।
अरविंद केजरीवाल की ओर से महिलाओं के लिए किए गए ऐलान का जूही सिंह ने समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह एक सकारात्मक कदम है, क्योंकि हर वर्ग के लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए। महिलाओं के लिए अलग से पैकेज का ऐलान किया गया है, जो समाज के लिए एक अच्छा प्रयास है। हम चाहते हैं कि सभी को इस योजना का लाभ मिले और समाज में समानता सुनिश्चित हो।
उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए जूही सिंह ने कहा कि उसे स्पष्ट करना चाहिए कि कितने फर्जी एनकाउंटर हुए हैं। मंगेश यादव के एनकाउंटर के बारे में पुलिस को खुलकर जवाब देना चाहिए। उत्तर प्रदेश पुलिस अपना मजाक बना रही है और असली अपराधियों को संरक्षण दे रही है। पुलिस विभाग को कदाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए। सरकार के इस गैर-जिम्मेदाराना रवैये ने अपराधियों को और भी साहसी बना दिया है। बड़े-बड़े अपराधी अब जेल में सुरक्षित हैं और यह पूरी व्यवस्था अपराधियों के हाथों में खेल रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पुलिस चौकियां किसी पर्सनल जमीन पर क्यों बनाई जा रही हैं? यह एक बड़ा सवाल है। सरकार को इसका जवाब देना होगा। यह सब जनता को डराने की प्रक्रिया का हिस्सा है, सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
जूही सिंह ने कहा कि भाजपा को किसानों, बेरोजगारों, और महिलाओं के मुद्दों पर बात करनी चाहिए। किसान सीमा पर बैठा है, उसे न्याय नहीं मिल रहा है। बेरोजगारी बढ़ रही है, महिलाएं महंगाई से परेशान हैं। इस वक्त संसद में इन मुद्दों पर बहस होनी चाहिए, न कि पॉपकॉर्न पर जीएसटी को लेकर।
मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर उन्होंने कहा कि दलितों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ अपराध बढ़े हैं। यह केवल रजिस्टर्ड अपराधों के आंकड़े हैं। महिलाओं पर घरेलू हिंसा बढ़ी है क्योंकि वे बोल नहीं पाती हैं। ऐसे में सरकार को इन वर्गों के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर ध्यान देना चाहिए और उनके खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए।
जूही सिंह ने इस दौरान न्याय व्यवस्था की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि जो लोग समाज के हाशिए पर हैं, जिनको न्याय नहीं मिल पा रहा, उनके खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। सरकार को यह सोचने की जरूरत है कि उन्होंने ऐसा क्या किया है कि यह अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। हमें इन मुद्दों पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।
संसद में डॉ. भीमराव अंबेडकर के बारे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी पर उन्होंने कहा, "संसद में जिस तरह का व्यवहार हुआ, वह निंदनीय है। डॉ. अंबेडकर का अपमान करना स्वीकार्य नहीं है, हम चाहते हैं कि गृह मंत्री इस पर माफी मांगें।"