मुंबई: फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी के शेयर में लिस्टिंग के दूसरे दिन गुरुवार को भारी गिरावट देखने को मिली। कंपनी का शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 7.54 प्रतिशत की गिरावट के साथ 421.60 रुपये पर बंद हुआ।
दिन के दौरान, स्विगी के शेयर में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। शेयर 473 रुपये पर खुला। सत्र में 489 रुपये प्रति शेयर का उच्चतम स्तर और 418 रुपये का न्यूनतम स्तर छुआ। कारोबार सत्र में ट्रेडिंग वॉल्यूम और वैल्यू क्रमश: 5.61 करोड़ और 2,522 करोड़ रुपये रही।
स्विगी का शेयर बुधवार को शेयर बाजार में 7.69 प्रतिशत के प्रीमियम के साथ 420 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ था। लिस्टिंग के बाद शेयर में खरीदारी देखी गई और कारोबार के अंत में यह 18.97 प्रतिशत बढ़कर 464 रुपये पर बंद हुआ था। ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी का 11,327 करोड़ रुपये का आईपीओ 6 से 8 नवंबर के बीच रिटेल निवेशकों के लिए खुला था। आईपीओ को निवेशकों से मिलाजुला रिस्पॉन्स मिला था और 3.50 गुणा से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ था।
स्विगी का प्राइस बैंड 371 रुपये से लेकर 390 रुपये था। बजाज ब्रोकिंग ने मुताबिक स्विगी के बिजनेस में बड़ी रिस्क जोमैटो, जेप्टो और बाजार में आ रही नई कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा होना है। ब्रोकरेज फर्मों के अनुसार, 2014 में अपनी स्थापना के बाद से ही स्विगी लगातार घाटा दर्ज कर रही है। इसकी वजह उच्च ऑपरेशनल लागत का होना है।
बीते तीन वित्त वर्षों में स्विगी ने कंसोलिडेटेड आधार पर लगातार नुकसान दर्ज किया है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी की आय 6,119 करोड़ रुपये थी और इस दौरान कंपनी ने 3,628.90 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया था।
वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी की आय 8,714 करोड़ रुपये रही थी। इस दौरान कंपनी का नुकसान बढ़कर 4,179 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी की आय बढ़कर 11,634 करोड़ रुपये हो गई थी। इस दौरान कंपनी ने 2,350 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया। वित्त वर्ष 2024-25 की जून तिमाही में कंपनी ने 3,310.11 करोड़ रुपये का कुल आय और 611.01 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था।