नोएडा: देशभर में गर्मी ने सितम ढा रखा है। मानसून के आने से पहले लोगों के लिए इस चुभती गर्मी ने जीना मुश्किल कर दिया है। तापमान सारे रिकॉर्ड तोड़ रहा है। गर्मी इतनी ज्यादा है कि अस्पतालों में हीटवेव की वजह से बीमार मरीजों की संख्या में खास तेजी देखी जा रही है। स्थिति इतनी विकट हो चुकी है कि पानी की मारा-मारी भी शुरू हो गई है। एनसीआर के क्षेत्र में तो स्थिति और भी भयावह है।
दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के नोएडा में गर्मी से लोगों का हाल बुरा है। स्थिति इतनी खराब हो गई है कि प्रशासन को एडवाइजरी जारी करनी पड़ रही है। नोएडा में पारा 46 डिग्री को पार कर गया है। राहगीर इस भीषण गर्मी में जहां-तहां छांव पाने के लिए आसरा तलाश रहे हैं। बस स्टैंडों पर स्थानीय प्रशासन की तरफ से ग्रीन शेड लगाए गए हैं ताकि बस का इंतजार कर रहे यात्री तपती गर्मी से अपने आप को बचा सकें।
नोएडा के सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में सबसे ज्यादा मरीज इस तपती गर्मी से बीमार होकर ही पहुंच रहे हैं। दवाई की दुकानों पर लंबी लाइनें लगी हैं। नोएडा जिला अस्पताल की सीएमएस रेनू अग्रवाल ने अपने यहां ऐसे मरीजों के लिए क्या विशेष व्यवस्था है, इसको लेकर आईएएनएस को बताया कि यह जिला स्तर का अस्पताल है, जहां 20 आईसीयू के बेड काम कर रहे हैं, ओपीडी और इंडोर कुल 240 बेड भी एकदम तैयार हैं। इस अस्पताल में 381 बेड हमेशा से ही मरीजों की सेवा के लिए तैयार रहते हैं। यहां अस्पताल में किसी चीज की कमी नहीं है।
रेनू अग्रवाल ने लोगों से अपील की कि पहले तो आप अपने घर से तब तक बाहर ना जाएं, जब तक कोई काम ना हो। फिर भी किसी तरह की परेशानी इस तपती गर्मी की वजह से किसी को हो रही है तो वह जिला अस्पताल में पहुंचें, यहां उनको पूरा इलाज मिलेगा। रेनू अग्रवाल ने लोगों से अपील की कि इस मौसम में आपको प्यास हो या ना हो हर आधे घंटे में आप पानी पीएं, बाहर का खाना कम खाएं, बचा हुआ खाना बिल्कुल भी ना खाएं।
नोएडा में तपती गर्मी में सड़कों पर निकले लोग जूस और नारियल पानी का सहारा ले रहे हैं। लोगों ने बताया कि वह इस मौसम में अपने आप को बचाने के लिए बेल का जूस भी पी रहे हैं।