आसन का होना चाहिए सर्वोच्च सम्मान, लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है ऐसा व्यवहार: गजेंद्र सिंह शेखावत
जोधपुर: केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शुक्रवार को राज्यसभा में जया बच्चन और सभापति जगदीप धनखड़ के बीच हुई बहस को अफसोसनाक बताया। गृह नगर जोधपुर पहुंचे सांसद ने कहा हाल ही में राजस्थान विधानसभा में भी कुछ ऐसा ही दिखा जो दुखद था।
शेखावत ने कहा, “ये दुर्भाग्यपूर्ण बात है, आसन के प्रति सर्वोच्च सम्मान होना चाहिए। लेकिन, कोई सदस्स आसन या किसी व्यक्ति को ठेस पहुंचाने वाली बात करें तो लोकतंत्र के लिए और भारत जैसे देश में ये तरीका दुर्भाग्यपूर्ण है।”
उन्होंने कहा, “सदन में होने वाली ऐसी घटनाओं से मन को दुख होता है। हाल ही में ऐसा ही वाक्या राजस्थान विधानसभा में भी देखने को मिला। जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल आसन के लिए एक वरिष्ठ नेता द्वारा किया गया था। कोई भी शख्स ऐसी घटनाओं की निंदा ही करेगा। आसन का सर्वोच्च सम्मान होना चाहिए।”
राज्यसभा में शुक्रवार (9 अगस्त) को सपा सांसद जया बच्चन और सभापति जगदीप धनखड़ के बीच तीखी बहस देखने को मिली थी। राज्यसभा सदस्य ने सभापति के बात करने के अंदाज और उनके हाव भाव पर सवाल उठाए थे, जिस पर जगदीप धनखड़ ने नाराजगी जताई थी।
वहीं राजस्थान विधानसभा में भी स्पीकर वासुदेव देवनानी और कांग्रेस विधायकों संग बहस हो गई थी। कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर ने अमर्यादित बर्ताव किया था जिसके बाद उन्हें सदन से निलंबित कर दिया गया था।
इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री शेखावत से बांग्लादेश के हालातों पर भी सवाल किया गया। उन्होंने कहा, “बांग्लादेश में जो कुछ हुआ, वह ठीक नहीं है। भारत सरकार वहां के हालातों पर लगातार नजर बनाए हुए है। हमारी सरकार संपर्क में है और जल्द ही हालत ठीक होने के बाद बांग्लादेश वापस पटरी पर लौटेगा। अगर देश में विपक्ष इस मुद्दे को गलत तरीके से उछाल रहा है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्हें यह पता होना चाहिए कि हम भारत में है, बांग्लादेश में नहीं।”
शेखावत ने राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “संविधान के अनुसार, पर्यटन राज्य का विषय है, पूर्व की सरकार में जो योजनाएं बनी थी। उसके तहत हाल ही में बजट जारी किया गया। लेकिन, आने वाले समय में और भी फंड जारी किए जाएंगे। इसमें राजस्थान सहित अन्य राज्यों को भी शामिल किया जाएगा।”