लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने उत्तर प्रदेश की सीसामऊ सीट के विधानसभा उपचुनाव में पार्टी की प्रत्याशी नसीम सोलंकी के समर्थन में बयान देते हुए कहा कि सपा सभी धर्मों का सम्मान करती है, जो पार्टी की विचारधारा का एक अभिन्न हिस्सा है।
फखरुल हसन चांद ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि नसीम सोलंकी के पति इरफान सोलंकी जेल में बंद हैं, भाजपा सरकार द्वारा फर्जी मुकदमे में फंसाए गए हैं। भाजपा ने जुल्म और ज्यादती करते हुए उनके खिलाफ झूठे मुकदमे लगाए। अब वह उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी हैं। नसीम सोलंकी मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर और गुरुद्वारे जा रही हैं, क्योंकि ईश्वर एक है और वह सभी जगह प्रार्थना कर रही हैं कि उन्हें जीत और इंसाफ मिले।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी नफरत और बंटवारे की राजनीति करती है। भाजपा के नेता "बंटोगे तो कटोगे" जैसे नारे लगाते हैं, जबकि समाजवादी लोग सभी को साथ लेकर चलने का प्रयास करते हैं। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
कानपुर जिले की सीसामऊ विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी के खिलाफ फतवा जारी किया गया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने फतवा जारी किया है। मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने फतवा जारी करते हुए कहा कि नसीम सोलंकी शरीयत की मुजरिम हैं। उन्हें तौबा करना चाहिए और दोबारा कलमा पढ़ना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस्लाम में मूर्ति पूजा वर्जित है। अगर कोई अपनी इच्छा से ऐसी पूजा करता है तो उस पर सख्त नियम लागू होते हैं। अगर महिला ने अनजाने में ऐसा किया है, तो वह शरिया की नजर में दोषी है और उसे पश्चाताप करना चाहिए। दरअसल, नसीम सोलंकी ने दीपावली के दिन शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की थी। इसके बाद उन्होंने दीप भी जलाए थे। शिव मंदिर में जलाभिषेक और दीप दान का वीडियो वायरल होने के बाद उन पर सवाल उठाए गए।