‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ को राजद सांसद मीसा भारती ने बताया पीएम मोदी के मन की इच्छा
पटना: केंद्रीय कैबिनेट से ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ को मिली मंजूरी पर राजद सांसद मीसा भारती का बयान सामने आया है। उन्होंने इसका विरोध करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कदम को अव्यवहारिक बताया।
उन्होंने कहा, “वन नेशन और वन इलेक्शन कुछ नहीं, सिर्फ मोदी जी के मन की इच्छा है। वह पिछले काफी समय से चाह रहे थे कि ऐसा कदम उठाया जाए। कल इसे कैबिनेट से मंजूरी मिली। अब देखेंगे कि जब यह सदन में आता है, तो इस पर क्या चर्चा होती है।”
केंद्रीय कैबिनेट से बुधवार को ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ को मिली मंजूरी के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई। बीजेपी जहां इसकी वकालत कर रही है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस इसका विरोध कर रही है। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों का कहना है कि आज के मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में, इसे लागू करना किसी भी मायने में उचित नहीं है। आजादी के समय देश की परिस्थिति कुछ और थीं, लेकिन आज कुछ और है। ऐसे में इसे अब व्यवहारिक जीवन में जमीन पर उतारना, किसी भी मायने में उचित नहीं है, जबकि बीजेपी का दावा है कि ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ से जहां बार-बार चुनाव कराए जाने के झंझट से छुटकारा मिलेगा, वहीं, सरकारी धन की भी बचत होगी।
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ की सिफारिश की थी, जिसे कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। संसद के शीतकालीन सत्र में इसे पेश किया जाएगा, जहां इस पर खुलकर चर्चा होगी।
इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि 2029 से पहले लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराए जाने का मार्ग प्रशस्त कर दिया जाएगा। इसके एक दिन बाद ही केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एक साथ चुनाव कराए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।