रेवंत रेड्डी टीपीसीसी के नए अध्यक्ष के नाम को अंतिम रूप देने के लिए दिल्ली दौरे पर

Update: 2024-07-03 09:13 GMT
हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी बुधवार को दिल्ली दौरे पर हैं। कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व नए प्रदेश पार्टी अध्यक्ष और कैबिनेट पदों के लिए उम्मीदवारों के नाम को अंतिम रूप देने की तैयारी में है।
सीएम रेवंत रेड्डी शाम को एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करेंगे। मल्लिकार्जुन खड़गे तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के नए अध्यक्ष के नाम को अंतिम रूप दे सकते हैं। खड़गे ने टीपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष बी महेश कुमार गौड़ के साथ मंगववार को बैठक की थी। इसके एक दिन बाद सीएम रेड्डी दिल्ली दौरे पर हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे और सीएम रेवंत रेड्डी के बीच बैठक के दौरान सांसद के. केशव राव के भी औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल होने की उम्मीद है। केशव राव ने अपनी बेटी और ग्रेटर हैदराबाद की मेयर गडवाल विजयलक्ष्मी के साथ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) छोड़ दी थी।
यह सीएम रेवंत रेड्डी का पिछले कुछ दिनों में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का दूसरा दौरा है। बीते सप्ताह वह पार्टी के प्रमुख नेताओं से मिलने और राज्य के मुद्दों पर कुछ केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करने के लिए तीन दिनों के लिए दिल्ली में थे। टीपीसीसी अध्यक्ष के रूप में सीएम रेवंत रेड्डी का कार्यकाल इस महीने समाप्त हो रहा है। उन्होंने पहले ही पार्टी आलाकमान से एक नया प्रमुख नियुक्त करने का अनुरोध किया है, ताकि वह शासन पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने भी राज्य में संगठन को मजबूत करने के लिए एक फुल टाइम टीपीसीसी अध्यक्ष की जरूरत को महसूस किया। नवंबर 2023 के चुनाव में कांग्रेस को जीत दिलाने के बाद रेवंत रेड्डी को संसदीय चुनाव तक पद पर बने रहने के लिए कहा गया था।
टीपीसीसी प्रमुख पद के लिए कई दावेदार पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के सामने पैरवी कर रहे हैं। रेड्डी समुदाय का एक नेता मुख्यमंत्री है। इसलिए केंद्रीय नेतृत्व पिछड़े वर्ग से किसी को टीपीसीसी अध्यक्ष नियुक्त कर सकता है।
राज्य की आबादी में पिछड़ा वर्ग की हिस्सेदारी करीब 50 प्रतिशत है। वे राज्य मंत्रिमंडल में पर्याप्त प्रतिनिधित्व की मांग कर रहे थे, इसलिए कांग्रेस नेतृत्व से टीपीसीसी प्रमुख के रूप में पिछड़ा वर्ग के किसी नेता को नामित किए जाने की भी संभावना है।
हालांकि, बी महेश कुमार गौड़ को इस पद के लिए सबसे आगे देखा जा रहा है, लेकिन पूर्व सांसद मधु यशवंत गौड़ का नाम भी चर्चा में है। अनुसूचित जाति से आने वाले एआईसीसी के सचिव एस.ए. संपत कुमार अन्य मजबूत दावेदार हैं। जबकि अनुसूचित जनजाति के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा महबूबाबाद के सांसद पी. बलराम नाइक भी एक मजबूत दावेदार हैं।
बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार को भी कांग्रेस नेतृत्व से अंतिम मंजूरी मिलने की संभावना है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी केंद्रीय नेताओं के परामर्श से मंत्रिमंडल में जगह बनाने के लिए 4-5 उम्मीदवारों का चयन कर सकते हैं। जी विवेक और उनके भाई जी विनोद कैबिनेट पद के प्रबल दावेदारों में शामिल हैं। बता दें कि सीएम रेवंत रेड्डी और उनके 11 कैबिनेट सहयोगियों ने 7 दिसंबर 2023 को शपथ ली थी। राज्य में मुख्यमंत्री समेत ज्यादा से ज्यादा 18 मंत्री हो सकते हैं।
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