नई दिल्ली: छह माह पहले दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर गठबंधन कर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने चुनाव लड़ा। हालांकि, जीत एक भी सीट पर नहीं मिली। 'इंडिया' ब्लॉक में शामिल ये दल अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक-दूसरे के सामने लड़ रहे हैं। दोनों पार्टी के बीच हो रही जुबानी जंग में 'इंडिया' अलायंस टूटने की कगार पर है।
भाजपा प्रवक्ता रोहन गुप्ता ने आईएएनएस से कहा कि जिस तरह से दिल्ली की जनता को धोखा दिया गया है, उसका आज दिल्ली में विरोध देखने को मिल रहा है। 'इंडिया' गठबंधन के नाम पर जनता को गुमराह किया गया। लोकसभा चुनाव में इन्होंने साथ मिलकर चुनाव लड़ा और एक-दूसरे के लिए प्रचार किया। इनकी विचारधारा क्या है? आज मैं इन दोनों (आप और कांग्रेस) से पूछता हूं कि अपनी विचारधारा स्पष्ट करें। ये लोकतंत्र को बचाने के लिए साथ आए थे, लेकिन अब दोनों एक-दूसरे की पोल खोल रहे हैं। पूरे देश की जनता को क्या इसी तरह से ये लोग मूर्ख बनाएंगे। दिल्ली की जनता इस तरह के फर्जीवाड़े को स्वीकार नहीं करेगी। दोनों पार्टियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए दिल्ली की जनता ने मन बना लिया है।
उन्होंने कहा कि देश की जनता सच्चाई जानती है, लेकिन कांग्रेस पार्टी ही नहीं समझ पा रही है कि वह क्यों हार रही है। कांग्रेस जहां भी हारती है, ईवीएम को दोष देती है और जब जीतती है, तो सब ठीक हो जाता है। झारखंड और जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करते हैं तो ईवीएम पर ठीकरा नहीं फूटता है। कांग्रेस पूरी तरह से लोगों का भरोसा खो चुकी है।
सलमान रुश्दी की किताब 'द सैटेनिक वर्सेज' पर उन्होंने कहा कि सच दुनिया के सामने आना चाहिए।
भाजपा पर पैसे बांटने के आम आदमी पार्टी के आरोप पर उन्होंने कहा कि केजरीवाल बुरी तरीके से बौखला गए हैं, उनको हार का डर पूरी रात सता रहा है। उनका 'शीश महल' सपने में आ रहा है और उनसे सवाल पूछा जा रहा है कि दिल्ली की जनता के साथ इतना धोखा करने के बाद भी आपकी वोट मांगने की हिम्मत नहीं होनी चाहिए। आपको तो माफी मांगनी चाहिए। केजरीवाल कौन से मुंह से वोट मांगने के लिए जनता के बीच में जा रहे हैं।