पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए किया हल्का बल प्रयोग : डीएसपी अनु कुमारी
पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर धरना पर बैठे अभ्यर्थी बुधवार को बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव बढ़ गया। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। छात्रों पर लाठीचार्ज को लेकर डीएसपी अनु कुमारी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया।
डीएसपी अनु कुमारी ने कहा कि 70वीं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने के लिए बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा 18 दिसंबर से गर्दनीबाग धरना स्थल पर लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है। जहां कुछ शिक्षकों द्वारा छात्रों को उकसाया जा रहा है। इसके अलावा कई सोशल मीडिया हैंडल द्वारा भी छात्रों को उकसाने और भ्रमित करने के लिए पोस्ट किया जा रहा है।
उन्होंने आगे बताया कि 23 दिसंबर को भी गर्दनीबाग अस्पताल में अभ्यर्थियों ने तोड़फोड़ की थी। 25 दिसंबर को भी बीपीएससी अभ्यर्थियों के द्वारा अवैध रूप से सैकड़ों की संख्या में बीपीएससी कार्यालय का घेराव किया गया। बिना अनुमति विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न की गई और इस कारण आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। नेहरू पथ राजधानी की सबसे व्यस्त सड़क है। यह पहले से ही प्रतिबंधित क्षेत्र है, जहां अभ्यर्थियों द्वारा अवैध रूप से मार्ग को अवरुद्ध किया जा रहा था।
डीएसपी ने कहा कि भीड़ को हटाने के लिए प्रशासन छात्रों को समझाने का प्रयास कर रहा था, लेकिन प्रदर्शनकारी हटने को तैयार नहीं हुए और उग्र होने लगे। इसके बाद पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। उस दौरान किसी को भी किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंची है। सभी अभ्यर्थियों को उकसाने, भड़काने और अस्पताल में तोड़फोड़ करने वाले संबंधित छात्रों, शिक्षकों और अन्य के खिलाफ गर्दनीबाग थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। उन सभी के विरुद्ध विधि संबंधित कार्रवाई के लिए नोटिस भेजा जा रहा है। उन्होंने लोगों से किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान नहीं देने की अपील की है।
बता दें कि बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर धरना पर बैठे अभ्यर्थी बुधवार को बीपीएससी कार्यालय घेराव करने पहुंचे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। आरोप है कि जब वे नहीं रुके तो पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।
छात्रों की मांग थी कि परीक्षा को लेकर जो समस्याएं उत्पन्न हुई हैं, उनका समाधान किया जाए। छात्र पीटी परीक्षा को रद्द कराने की मांग कर रहे हैं। इसी मांग को लेकर छात्र बीपीएससी कार्यालय पहुंचे थे। छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस लाठीचार्ज में कई छात्र घायल हो गए हैं।