जम्मू में लोगों ने स्वच्छता के प्रति दिखाई जागरूकता और भाजपा सरकार को सराहा
जम्मू: स्वच्छ भारत अभियान को 10 साल पूरे हो गए हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2014 को लाल किले से स्वच्छ भारत अभियान की घोषणा की थी। इसके बाद 2 अक्टूबर 2014 को देशभर में स्वच्छ भारत अभियान को राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में शुरू किया गया। इस अभियान को साल 2024 में गांधी जयंती के दिन दस साल पूरे हो गए। देशभर में स्वच्छ भारत अभियान का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। इसे लेकर लोग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। स्वच्छता अभियान को लेकर जम्मू के कुछ स्थानीय लोगों ने भी विचार व्यक्त किया।
आईएएनएस से बातचीत में चंदन गुप्ता ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत लोगों में काफी बदलाव आया है। पहले लोग अपने घरों के बाहर कूड़ा फेंकते थे। इससे जगह-जगह कूड़े के ढेर लग जाते थे। जब पीएम मोदी ने इस पहल की शुरुआत की, तो लोगों ने मिलकर इस अभियान को सफल बनाने की कोशिश की। जब तक जनता का सहयोग नहीं होगा, ये चीजें नहीं हो सकतीं। अगर मैं स्वच्छता की बात करूं तो जम्मू नगर निगम के तहत शहर के हर घर से कूड़ा उठाया जा रहा है।
एक अन्य स्थानीय निवासी अजय ने बताया कि पीएम मोदी द्वारा शुरू किया गया स्वच्छ भारत अभियान महात्मा गांधी को समर्पित था। इस अभियान को देशव्यापी आंदोलन के रूप में देखा गया है। देश के कोने-कोने से लोगों ने स्वच्छ भारत अभियान में हिस्सा लिया। इस अभियान से लोगों में जागरूकता फैली है। पहले लोग अपने घरों में लिफाफे में कूड़ा भरकर फेंकते थे। स्वच्छ भारत अभियान के तहत पूरे देश में स्वच्छता देखने को मिल रही है।
अनमोल वैध ने आईएएनएस से कहा कि सालों पहले देखा जाता था कि सड़क पर जगह-जगह कूड़ा फेंका जाता था। उस कूड़े को खाने से जानवर बीमार पड़ जाते थे। अब देखता हूं कि नगर निगम की गाड़ियां रोज सुबह घरों से कूड़ा उठाने आती हैं। यह भाजपा सरकार का बहुत अच्छा अभियान है। भारत स्वच्छ रहेगा तभी विकास कर पाएगा।
सुमित ने बताया कि पिछले दस वर्षों में स्वच्छता को लेकर बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिला है। इस अभियान में मुख्य भूमिका आम जनता निभा रही है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत सरकार ने जितनी भी सुविधाएं दी है, उसका लाभ उठाना चाहिए।
बता दें कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत पूरे जम्मू में सफाई देखने को मिल रही है। सरकारी संस्थाओं के साथ-साथ लोग भी सफाई बनाए रखने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इसके तहत शहरों में हर दुकान के सामने डस्टबिन रखवाए गए हैं। सरकारी गाड़ियां घर-घर जाकर कूड़ा उठा रही हैं।