ओडिशा के लोगों ने प्रवासी भारतीय दिवस को सफल बनाने के लिए पूरे समर्पण से दिया योगदान : उप मुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव
भुवनेश्वर: ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में दो दिवसीय ‘प्रवासी भारतीय सम्मेलन’ में हिस्सा लेने के बाद राज्य के उप मुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव ने इस कार्यक्रम को सफल बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ओडिशा के सभी लोगों ने पूरी मेहनत और समर्पण के साथ योगदान दिया।
ओडिशा के उप मुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "यह काम सफलतापूर्वक पूरा हुआ है, क्योंकि ओडिशा के सभी लोगों ने पूरी मेहनत और समर्पण के साथ इस कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया। हम पर्यटन क्षेत्र में निवेश की ओर देख रहे हैं, क्योंकि यहां लंबी तटरेखा है। साथ ही हम खनिज क्षेत्र में भी निवेश पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं क्योंकि राज्य में खनिज संसाधन उपलब्ध हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "अगर आप ध्यान दें, तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण में भी यह बात उठाई गई थी कि ओडिशा अपनी लंबी तट रेखा, और खनिजों की वजह से निश्चित रूप से लाभ उठा सकता है। यह ओडिशा में "मेक इन ओडिशा" सम्मेलन का पूर्व संकेत है। अब इसके बाद, 17-18 तारीख को एक और प्रतिनिधिमंडल आ रहा है, इस पर भी हमारा फोकस है।"
बता दें कि इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन पर खुशी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी का विजन ओडिशा को आईटी हब बनाने का है।
अश्विनी वैष्णव ने कहा, "यह बहुत ही खुशी की बात है कि ओडिशा के भुवनेश्वर में प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन हो रहा है। दुनियाभर से आए प्रवासी भारतीय ओडिशा की संस्कृति का आनंद ले रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भुवनेश्वर को प्रवासी भारतीय दिवस के लिए चुना, यह बहुत अच्छी बात है। पीएम मोदी का विजन है कि ओडिशा को आईटी हब में तब्दील किया जाए। आगामी दो-तीन सालों में ओडिशा में आईटी हब बनाया जाए, इसको लेकर विस्तार से चर्चा हुई।"