ओयो ने वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में कमाया 166 करोड़ रुपये का मुनाफा, आय 31 प्रतिशत बढ़ी
नई दिल्ली: ट्रैवल-टेक यूनिकॉर्न ओयो ने रविवार को वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही के नतीजे पेश किए। कंपनी ने अक्टूबर से दिसंबर की अवधि में 166 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया है।
कंपनी के मुनाफे में सालाना आधार पर 564 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 25 करोड़ रुपये था।
कंपनी की आय वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में 31 प्रतिशत बढ़कर 1,695 करोड़ रुपये हो गई है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1,296 करोड़ रुपये था।
दिसंबर तिमाही में ओयो का समायोजित एबिटा 249 करोड़ रुपये रहा है। इसमें वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही के 205 करोड़ रुपये के मुकाबले 22 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है।
अक्टूबर-दिसंबर अवधि में कंपनी की ग्रॉस बुकिंग वैल्यू (जीबीवी) सालाना आधार पर 33 प्रतिशत बढ़कर 3,341 करोड़ रुपये हो गई, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 2,510 करोड़ रुपये थी।
हालांकि, इन वित्तीय आंकड़ों में जी6 हॉस्पिटैलिटी का प्रदर्शन शामिल नहीं है, क्योंकि इसका अधिग्रहण दिसंबर के तीसरे सप्ताह में ही प्रभावी हुआ।
वित्त वर्ष 25 के पहले नौ महीनों में ओयो का संचयी मुनाफा 457 करोड़ रुपये रहा है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि कंपनी को 111 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
कंपनी के मुनाफे में वृद्धि की वजह अमेरिका और भारत में मजबूत प्रदर्शन था। वहीं, दक्षिण एशिया और मध्य पूर्व में विस्तार ने भी अहम भूमिका निभाई है।
कंपनी ने भारत में अपने होटल पोर्टफोलियो के प्रीमियमाइजेशन पर ध्यान केंद्रित किया है और अधिग्रहण के माध्यम से वैश्विक स्तर पर भी विस्तार किया है।
इसने हाल ही में यूएस-आधारित जी6 हॉस्पिटैलिटी और पेरिस-आधारित रेंटल होम प्लेटफॉर्म चेकमाईगेस्ट का अधिग्रहण किया है।
वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने स्थिर दृष्टिकोण के साथ इसकी क्रेडिट रेटिंग को बी3 से अपग्रेड कर बी2 कर दिया है।
मूडीज का अनुमान है कि कंपनी का एबिटा वित्त वर्ष 2025-26 में 200 मिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।