अमेरिका द्वारा उत्पन्न किसी भी परमाणु खतरे से निपटने के लिए उत्तर कोरिया तैयार : विदेश मंत्रालय
सियोल: उत्तर कोरिया ने शनिवार को अमेरिका की परमाणु नीति की आलोचना करते हुए कहा कि वह अमेरिका द्वारा उत्पन्न किसी भी प्रकार के परमाणु खतरे का मजबूती से सामना करेगा। उत्तर कोरिया ने अमेरिका की परमाणु नीति की निंदा करते हुए कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका एकतरफा परमाणु बढ़त हासिल करने की कोशिश कर रहा है और अन्य देशों को 'परमाणु खतरे' के रूप में पेश कर रहा है। यह जानकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने कोरियन सेंट्रल समाचार एजेंसी के हवाले से दी है। इसमें उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता द्वारा जारी प्रेस बयान का हवाला दिया गया है।
बयान में कहा गया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका के परमाणु रुख में बदलाव से "वैश्विक परमाणु संतुलन, सुरक्षा वातावरण और परमाणु निरस्त्रीकरण प्रणाली पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।" संयुक्त राज्य अमेरिका के पास वर्तमान में विश्व का सबसे बड़ा परमाणु शस्त्रागार है।
बयान में कहा गया कि अमेरिका ने दक्षिण कोरिया और जापान सहित एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर "एक परमाणु-आधारित सैन्य ब्लॉक" बनाया है। बयान में अमेरिका को परमाणु हथियारों की होड़ शुरू करने वाला और दुनिया भर में परमाणु संघर्ष की संभावना बढ़ाने वाला सबसे गैर-जिम्मेदार राज्य कहा गया है। इसमें कहा गया है कि उत्तर कोरिया अपनी ताकत को बढ़ाएगा तथा किसी भी परमाणु खतरे का मजबूती से मुकाबला करेगा।