रांची: झारखंड में चुनावी बिगुल बजने के बाद अब बैठकों का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने शुक्रवार को सभी समितियों की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई। इसमें किस समिति के कार्य की रूपरेखा कैसी है, इस पर व्यापक विचार-विमर्श किया गया, ताकि आगे क्या कदम उठाए जाएं, उस संबंध में योजना तैयार की जा सके।
कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने पत्रकारों को बताया कि यह बैठक काफी अहम थी। इसमें सभी के विचारों का स्वागत किया गया। खास बात यह थी कि सभी ने खुलकर हर मसले पर अपनी बात रखी। हमने हर किसी को अपनी बात रखने का पूरा हक दिया था। इस बीच, एक कार्यकर्ता उत्तेजित हो गया। आमतौर पर उसकी आदत है कि वह उत्तेजित हो जाता है। वह थोड़ा भावुक प्रवृत्ति का है। हालांकि, इस बैठक में उसे आमंत्रित नहीं किया गया था। इससे पहले भी मैंने अपनी कई बैठकों में देखा है कि वह उत्तेजित होकर ही अपनी बात रखता है। इस बीच, मेरी यही कोशिश रही कि हर किसी के विचारों स्वागत किया जाए। किसी पर भी दबाव न बनाया जाए।
दरअसल, बैठक में किसी के चिल्लाने की आवाज आई थी। इसी को लेकर जब पत्रकारों ने उनसे सवाल किया, तो उन्होंने यह बात कही है।
उन्होने आगे कहा, “आप कह सकते हैं कि यह इस चुनाव का पहला पड़ाव है। एक तरफ यह कहा जा सकता है कि विधिवत रूप से प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है। अभी त्योहार का समय है, नहीं तो हम आगे की कार्रवाई बहुत पहले शुरू कर चुके होते।”
बता दें कि झारखंड में दो चरणों में चुनाव होंगे। पहले चरण का चुनाव 13 नवंबर को होगा और इसके बाद दूसरे चरण का चुनाव 20 नवंबर को होगा। वहीं, नतीजों की घोषणा 23 नवंबर को होगी। ऐसे में सभी की निगाहें इसी पर टिकी हुई है कि आखिर प्रदेश में किसकी सरकार बनने जा रही है।